प्रदर्शनकारियों ने तोमर के बंगले के सामने धरना दिया और नारेबाजी की। इधर, गंजबासौदा में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ और सागर में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह को भी नाराजगी का सामना करना पड़ा। नीमच से शुरू हुआ यह विरोध प्रदेश भर में फैल गया है।
6 को भारत बंद : खंडवा और हरदा में सपाक्स ने बैठक आयोजित की। एट्रोसिटी एक्ट के विरोध में 6 सितंबर को शांतिपूर्ण भारत बंद की रणनीति बनाई गई।
राकेश सिंह को झंडे दिखाने की कोशिश
सागर में सपाक्स कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए भाजपा कार्यालय में घुस गए और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह को काले झंडे दिखाने की कोशिश की। पुलिस ने बाहर किया।
मायासिंह : ग्वालियर में सवर्ण-ओबीसी वर्ग के युवाओं ने प्रदर्शन किया। यूनिवर्सिटी के सभागार में मंत्री मायासिंह को काले झंडे दिखाने की कोशिश की।
तोमर के घर प्रदर्शन : प्रदर्शनकारियों ने ग्वालियर में केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के रेसकोर्स रोड स्थित बंगले के सामने धरना दिया और जोरदार नारेबाजी की, इसमें प्रदर्शनकारियों ने इस्तीफा दो जैस नारे भी लगाए।
अर्धनग्न होकर निकले : ग्वालियर जिले के डबरा में सवर्ण और पिछड़ा वर्ग के युवाओं ने अर्धनग्न होकर जुलूस निकाला।
सुप्रीम कोर्ट में एससी-एसटी जज नहीं : सांसद
उज्जैन-आलोट के सांसद चिंतामणि मालवीय ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में अजा-अजजा के जज नहीं है, इसलिए हमारे खिलाफ फैसले आते हैं। उन्होंने कहा कि इतिहास उठाकर देख लें, कॉलेजियम सिस्टम से सामान्य वर्ग के 500 घरानों से ही जज बन रहे हैं। हमारी भाजपा सरकार इस व्यवस्था को बदलने आयोग बना रही है।
क्यों है विरोध
सवर्ण और ओबीसी वर्ग ने एससी-एसटी एक्ट के संशोधित बिल को समाज को बंाटने वाला बताया है। सत्ता पक्ष को तो इसके लिए जिम्मेदार माना ही जा रहा है साथ ही संसद में विरोध नहीं करने पर कांग्रेस सांसद भी निशाने पर हैं।
चुनाव लड़ेंगे सपाक्स
मंदसौर के सुवासरा में सांसद सुधीर गुप्ता के पुतले को चप्पलों की माला पहनाई गई। सपाक्स प्रदेश संरक्षक हीरालाल त्रिवेदी ने कहा, विधानसभा चुनाव में सपाक्स सभी 230 सीटों पर चुनाव लड़ेगा। नीमच में विशाल रैली निकली।