वहीं दूसरी ओर इस माह यानि सितंबर 2019 के आखिर में लगातार 4 दिनों तक
बैंकों के बंद रहने की आशंका बनी हुई है। इसका कारण यह है कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक अधिकारियों की चार यूनियनों ने 10 सरकारी बैंकों के विलय की घोषणा के विरोध में 26 और 27 सितंबर को हड़ताल की धमकी दी है।
SBI Gift: रेपो रेट ( Repo Rate ) को अपनाने का फैसला…दरअसल त्योहारों से पहले एसबीआई बैंक ने एक अक्टूबर से एमएसएमई, हाउसिंग और रिटेल लोन के सभी फ्लोटिंग रेट लोन के लिए एक्सटर्नल बेंचमार्क के रूप में रेपो रेट ( Repo Rate ) को अपनाने का फैसला किया है। एसबीआई के इस फैसले से सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रमों ( MSME ) को काफी फायदा होगा।
यहां से आया था आदेश
इससे पहले भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एलान किया था कि बैंकों द्वारा एक अक्तूबर से सभी नए परिवर्तनीय (फ्लोटिंग) दर वाले पर्सनल, खुदरा व एमएसएमई कर्ज बाह्य बेंचमार्क से जोड़ दिए जाएंगे।
हालांकि, बैंक अपना बेंचमार्क तय करने को स्वतंत्र होंगे। रिजर्व बैंक ने बैंकों को रेपो दर, तिमाही या छमाही राजकोषीय बिल या फाइनेंशियल बेंचमार्क इंडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा जारी किए गए किसी भी बाजार ब्याज दर मानक में से एक को चुनने का विकल्प दिया था।
प्रेस नोट किया जारी एसबीआई ने एक प्रेस नोट में कहा कि, ‘सभी परिवर्तनीय ब्याज दर वाले ऋणों के लिए हमने ब्याज दर का बाहरी मानक रेपो दर को अपनाने का निर्णय किया है। लघु एवं उद्योग ऋण, आवास ऋण और अन्य खुदरा ऋणों पर यह ब्याज दरें एक अक्तूबर 2019 से प्रभावी होंगी।’
Bank Strike: लगातार बंद रहेंगे बैंक! आज ही निपटा लें सभी जरूरी काम ( banks will be closed in india for these 4 days in september 2019 ) …सितंबर 2019 के आखिर में लगातार बैंकों के बंद रहने की आशंका बनी हुई है। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक अधिकारियों की चार यूनियनों ने 10 सरकारी बैंकों के विलय की घोषणा के विरोध में 26 और 27 सितंबर को हड़ताल की धमकी दी है।
वहीं, 28 सितंबर को महीने का चौथा शनिवार होने के कारण बैंक बंद रहेगा और रविवार को साप्ताहिक अवकाश होता है। तो इस लिहाज से इन दिनों बैंक बंद रह सकते हैं। इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (आईबीए) को भेजे नोटिस में अधिकारियों की यूनियनों ने कहा कि उनका बैंकिंग क्षेत्र में विलय के खिलाफ हड़ताल पर जाने का प्रस्ताव है।
दरअसल सरकार ने 30 अगस्त को सार्वजनिक क्षेत्र के 10 बैंकों का एकीकरण कर चार बैंक बनाने की घोषणा की थी। यूनियन के नेता ने यह भी कहा कि राष्ट्रीयकृत बैंकों के कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा सकते हैं।
ऐसे में जानकारों की मानें तो अगर बैंक में आपका कोई पेंडिंग काम है तो उसे फटाफट निपटा लें, क्योंकि अगले सप्ताह बैंकों की बड़ी हड़ताल होने वाली है। इसकी वजह से चार दिन तक बैंक बंद रहेंगे। बैंकों की ये बंदी सात दिन तक के लिए बढ़ सकती है।
ये हैं कारण…
सरकार के फैसले के खिलाफ, बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों ने बैंकों के विलय के विरोध में हड़ताल का आव्हान किया है। बैंक हड़ताल को अन्य कर्मचारी संगठनों का भी सहयोग मिल चुका है। त्यौहारी सीजन शुरू होने से ठीक पहले बैंकों की इस हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिल सकता है।