रोहित बरपेटे छिंदवाड़ा जिले के छोटे से गांव वलसाड में रहते हैं। उनके पिता एक किसान हैं और मां हाउस वाइफ के रूप में दिनभर घरेलू काम में लगी रहती हैं। गांव के रहनेवाले रोहित का जेईई मेन में सिलेक्शन हुआ है। उनका गांव इतना छोटा है कि वहां आसपास न कोई कोचिंग है और न ही उनके पास इतना पैसा कि वे महंगी फीस भर सकें। गरीबी में पले-बड़े रोहित ने 10वीं कक्षा में 97 प्रतिशत अंक हासिल किए थे जिससे उनका चयन सुपर 100 योजना के तहत भोपाल के सुभाष एक्सीलेंस स्कूल में हो गया। यहां उन्हें रहने के साथ ही कोचिंग की सुविधा भी मिली और उन्होंने अपनी मेहनत व लगन के बल पर मुकाम पा लिया।
जेईई एडवांस की तैयारी कर रहे
रोहित ने बताया कि वे दिन में करीब 8 घंटे पढ़ाई करते हैं। एडवांस के लिए भी उनकी पूरी तैयारी चल रही है। जेईई एडवांस के लिए भी घंटों पढ़ाई कर तैयारी कर रहे हैं। इसी स्कूल में पढऩे वाले छात्र उमंग गुप्ता ने भी 99.06 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। उमंग ने बताया कि उनके पिता बीएचईएल में नौकरी करते हैं और मां सिलाई का काम कर रहीं हैं। वे भी अपनी पढ़ाई के लिए 8 से 9 घंटे देते हैं। खासतौर से सुबह जल्द उठकर पढ़ाई करते हैं। आगे जेईई एडवांस की तैयारी कर रहे हैं।