गुरुनानक मण्डल की ओर से शहीद गेट पर देश की आजादी में अपने प्राणों की आहुति देने वाले भगत ङ्क्षसह, राजगुरु एवं सुखदेव को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर अध्यक्ष राकेश कुकरेजा ने कहा 23 मार्च ही वो दिन था जब ये तीनों हंसते-हंसते देश के लिए फांसी के फंदे पर झूल गए। शहीद ए आजम भगत ङ्क्षसह का जीवन युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत है। उन्होंने कहा कम आयु में ही उन्होंने अपनी जान देश के लिए कुर्बान कर दी थी। उन्होंने कहा कि क्रांतिकारियों व शहीदों की बदौलत ही आज हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं। इस अवसर पर महेश मकवाना, भगवानदास ढालिया, सुनिल सराठे, बाबा ठाकुर सहित अन्य लोग उपिस्थत थे।
भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष सुमित पचौरी ने शहीद दिवस पर क्रांतिकारी भगत ङ्क्षसह, राजगुरु और सुखदेव को श्रद्धांजलि अर्पित की। शालीमार तिराहे पर युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं ने भी क्रांतिकारियों की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया। पचौरी ने कहा कि जिन शहीदों ने हमें स्वतंत्रता दिलाई उन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता। अमर शहीद भगत ङ्क्षसह, राजगुरु, सुखदेव ने देश की आजादी के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए, आज के युवाओं को इन सभी महान क्रांतिकारियों से देशभक्ति की प्रेरणा लेनी चाहिए।