मौत से अंजान जगाती रही पिता को मृत्यु पूर्व अस्पताल में भर्ती कासिम ने बताया था कि वह कुछ माह पहले ही अपनी बेटी नाजो के साथ इंदौर से अजमेर आया था। अजमेर से कुचामन चला गया। वहां मस्जिद के बाहर पिता-पुत्री खानाबदोश जिंदगी बसर करने लगे। गत दिनों कासिम को टीबी ने आ घेरा। तबीयत ज्यादा बिगडऩे पर नाजो उसे लेकर अजमेर के कमला नेहरू अस्पताल लेकर पहुंची और भर्ती करवाया।
चिकित्सकों ने उसका उपचार भी शुरू कर दिया। लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था। पिता की तीमारदारी में लगी नाजो पलंग पर सोये कासिम को जगाने की कोशिश की। पिता की मौत से अंजान नाजो उसको उठाती रही। यह दृश्य वार्ड में मौजूद मरीज, उनकेपरिजन और मौजूद चिकित्सा स्टाफ की आंखें भी नम हो गई। चिकित्सकों ने जांच के बाद कासिम को मृत घोषित कर दिया।
छूट गई पढ़ाई भी कासिम की पत्नी अपने चार अन्य बच्चों के साथ कई साल पहले अलग हो गई थी। सिर्फ नाजो कासिम के साथ रह गई। वह अपने पिता के साथ भीख मांगकर गुजर-बसर कर रही थी। नाजो माता-पिता के अलग होने से पहले मदरसे में पढ़ाई करती थी लेकिन अब उसकी पढ़ाई भी छूट चुकी है।