इस तरह आपके नाखून हो जाएंगे चमकदार और लंबे, उखड़ने के बाद भी आ जाएगा नाखून
जीवन मूल्य
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निजी जीवन में सैद्धांतिक होकर उनका सम्मान करना कई लोगों की मानसिकता होती है। ये अपने जीवन के मूल्यों का कभी सौदा नहीं करते फिर चाहे उनकी जान ही क्यों ना चली जाए। दरअसल, सिद्धांतों से समझौता करने पर हमें हार का एहसास होता है। हार हमेशा नकारात्मक ऊर्जा के साथ हमारे जीवन में प्रवेश करता है। इससे हम जीवन के हर स्तर पर खुद को सबसे निचले पायदान पर पाते हैं। इस तरह की सोच से बचने के लिए जरूरी है कि अपने सिद्धांतों को सर्वोपरि रखा जाए और समझौता कतई न किया जाए।
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भरोसा
जब सामने दो रास्ते हों तो किसे चुना जाए? सही और गलत राह में किसी एक को चुनना मुश्किल नहीं है। समस्या तब आती है जब दोनों राहें सही हों। लेकिन उनमें से एक हमारी तकदीर पलटने की ताकत रखती हो। जी, हां! हमारा खुद पर विश्वास इन दो राहों के चयन के समय ही नजर आता है। ऐसी स्थित में हम दूसरों पर तो आसानी से विश्वास कर लेते हैं जबकि, खुद पर विश्वास करना हमारे लिए ही बड़ी चुनौती बन जाती है। मनोचिकित्सकों की मानें तो खुशहाल जीवन के लिए किसी दूसरे के मुकाबले खुद पर विश्वास रखना जरूरी है। कोई भीमार भी तभी ठीक हो सकता है, जब उसे खुद पर विश्वास हो।