आउटसोर्स को बंद करने का हुआ था फैसला : मालूम हो कि नौ जनवरी को कार्यकारिणी की बैठक में अस्पताल से सभी आउट सोर्स सुविधाएं बंद करने का फैसला लिया था। पूर्व अध्यक्ष आशुतोष पुरोहित का कहना था कि अस्पताल के पास सभी व्यवस्थाएं हैं तो आउटसोर्स करने की क्या जरूरत है। हालांकि बाद में नए अध्यक्ष आने से मामला अधर में अटक गया।
इधर सोमवार को सुल्तानिया अस्पताल में भी वार्ड में जाने को लेकर मरीज के परिजन और गार्डों के बीच विवाद हो गया। जानकारी के मुताबिक बुधवारा निवासी शब्बीर मियां की बहू अस्पताल में भर्ती है। शब्बीर मिया की पत्नी बहू के पास वार्ड में जाना चाह रही थीं तो गार्ड ने कहा कि अभी साफ सफाई चल रही है। उन्होंने परिजनों को अंदर जाने से मना कर दिया। इस पर शब्बीर मियां और उनके साथ आए अन्य परिजन नाराज हो गए और गार्डों के साथ विवाद हो गया। हालांकि दूसरे मरीजों के परिजनों ने मामले को शांत कराया।
मोहित शुक्ला,चेयरमैन, रेडक्रॉस सोसायटी