शादी के साल बाद जुदा हो गए थे पति-पत्नी
शादी को सात जन्मों का बंधन कहा जाता है लेकिन कई बार छोटे छोटे से विवाद और छोटी-छोटी सी बातों को लेकर सात जन्मों के इस बंधन में ऐसी दरार पड़ जाती है कि सात जन्मों का बंधन कुछ महीनों या कुछ सालों में ही टूट जाता है। कुछ ऐसा ही इस परिवार के साथ हुआ था। दोनों की शादी साल 2006 में हुई थी। युवती को संगीत से काफी प्रेम था और शादी के बाद भी जब भी उसे समय मिलता वो संगीत को अपना समय देती थी। लेकिन युवती के ससुरालवालों को संगीत से उसका लगाव पसंद नहीं था। ससुरालवालों ने संगीत छोड़ने के लिए कहा तो युवती चाह कर भी संगीत नहीं छोड़ पाई और इसी बात को लेकर पति-पत्नी एक दूसरे से अलग हो गए। कुछ दिनों बाद दोनों ने तलाक भी ले लिया।
दोस्त ने कराई सुलह
शादी को टूटे 14 साल का वक्त गुजर चुका था। महिला शासकीय विभाग में काम करती है जहां बीते दिनों उसकी मुलाकात अपने पति के एक दोस्त से हुई। दोनों के बीच काफी देर तक बातचीत हुई और इसी दौरान पति के दोस्त ने जब महिला को बताया कि उसके पति को कैंसर हो गया है तो महिला भावुक हो गई । दोस्त ने अपने दोस्त को भी उसकी पत्नी से हुई मुलाकात और उसकी सरकारी नौकरी के बारे में बताया जिसे सुनकर दोस्त काफी खुश हुआ । शादी टूटने के इतने सालों बाद भी पति-पत्नी के बीच एक दूसरे के लिए दिल में जगह होने की बात पता चलते ही दोस्त ने दोनों को एक करने के बारे में सोचा और फैमिली कोर्ट की काउंसलर सरिता रजानी से मदद मांगी। सरिता रजानी ने भी बात को पूरी तरह से समझा और महिला को मिलने के लिए बुलाया। महिला की बात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कैंसर पीड़ित पति से कराई। दोनों एक दूसरे को देख भावुक हो गए और तीन-चार दिन की काउंसलिंग के बाद एक दूजे के साथ रहने का फैसला ले लिया। इस तरह से टूटा हुआ रिश्ता एक बार फिर जुड़ गया। अभी महिला अपने पति के साथ मुंबई में है और अस्पताल में कैंसर का इलाज करा रही है।