412 करोड़ से तैयार होगा नया कलेक्ट्रेट भवन, जानें क्या है प्रोफेसर कॉलोनी री-डेंसीफिकेशन की प्लानिंग
प्रोफेसर कॉलोनी रीडेंसीफिकेशन प्रोजेक्ट के तहत चार सरकारी कार्यालय समेत गेस्ट हाउस, हॉस्टल होंगे विस्थापित, दो फेस में होगा निर्माण एनजीटी ने तालाब से 50 मीटर बफर जोन छोड़कर प्लान बनाने के दिए थे निर्देश …
Professors Colony Redensification Project: प्रोफेसर कॉलोनी में नए कलेक्ट्रेट भवन की योजना बदली गई है। करीब 13 एकड़ भूमि चिह्नित की है। प्रोफेसर कॉलोनी री-डेंसीफिकेशन की प्लानिंग में 139 घर शामिल किए गए। प्रोजेक्ट को अब छोटा तालाब रामसर साइट से 50 मीटर बफर जोन बाद तय किया है। यहां 24 मीटर चौड़ी स्मार्ट रोड बनेगी, जबकि 24 मीटर चौड़ा एक ब्रिज छोटा तालाब पर बनाया जाएगा। रविंद्र भवन की ओर अंडरपास होगा, जबकि एक फ्लाइओवर राजभवन से एमवीएम कॉलेज तक प्रस्तावित है।
नए प्लान में भी पांच मंजिला भवन का निर्माण शामिल है। इनकी लागत करीब 412 करोड़ तय है। बी से लेकर एच टाइप तक के आवासों को चरणबद्ध तरीके से खाली करवाकर तोड़ा जाएगा। पहले चरण में 20 मकानों को हटाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। मामले में बुधवार को संभागायुक्त संजीव सिंह ने प्लान पर चर्चा की।
नए भवन में ये सब
इस नए भवन में चार आधुनिक इमारतें बनाई जाएंगी। पांच मंजिला इमारतों में संभागायुक्त, कलेक्टर, यूएडीडी भवन, कंपोजिट ऑफिस ब्लॉक, कन्वीनिएंट शॉपिंग के साथ अन्य निर्माण होंगे। यह परियोजना दो चरणों में पूरी होगी। इससे शहर के निवासियों को सरकारी कार्यालयों तक पहुंचने में सुविधा और समय की बचत होगी। यह भूमि रीडें सिफिकेशन योजना के तहत उपयोग में लाई जा रही है।
ये कार्यालय भी हटेंगे
क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं मलेरिया नियंत्रण अधिकारी निर्भया होम के चार भवन पीडब्ल्यूडी भंडार व विद्युत एनसीसी नेवल विंग को एमवीएम कॉलेज में एनसीसी आर्मी विंग के पास।
सर्किट हाउस लोक निर्माण विभाग को नया स्टेट गेस्ट हाउस बनने के बाद विस्थापित करेंगे। गीतांजलि कामकाजी महिला छात्रावारस को टैगोर हॉस्टल में शिफ्ट। चीफ इंजीनियर चंबल बेतवा बेसिन नर्मदा भवन में