एक अक्टूबर से वर्ष 2023 के मेडिकल टेक्सटाइल्स (गुणवत्ता नियंत्रण) आदेश को लागू किया जा रहा है। ऐसे में इन नए नियमों के तहत, लघु और सूक्ष्म उद्यमों द्वारा तैयार किए जाने वाले उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार आएगा।
यह है नियम
सेनेटरी नैपकिन के लिए 1 अप्रेल, 2024 से भारतीय मानक ब्यूरो से प्रमाण पत्र लेना अनिवार्य कर दिया गया है। इसके लिए छोटे और सूक्ष्म उद्यमों को 1 अक्टूबर, 2024 तक का समय दी गई है। ये भी पढ़ें:
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भोपाल के सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी के अनुसार यह निर्णय नागरिकों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। मेडिकल टेक्सटाइल उत्पादों की गुणवत्ता तय होने से लोगों के बेहतर प्रोडक्ट मिलेंगे, जिससे नागरिकों की सेहत और सुरक्षा बढ़ेगी।
यह आएगा बदलाव
नए नियमों के तहत, उत्पादकों को भारतीय मानक ब्यूरो से प्रमाण पत्र लेना होगा। बीआइएस द्वारा निर्धारित गुणवत्ता मानकों का पालन करना होगा। इसका उद्देश्य सेनेटरी नैपकिन, बेबी डायपर, पुन: प्रयोग में आने वाली सेनेटरी पैड, और डेंटल बिब्स जैसे उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार लाना है। क्यों था यह जरूरी
- खराब मेडिकल टेक्सटाइल से संक्रमण और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं होने का खतरा रहता है।
- संक्रमण के रोकथाम में मदद मिलेगी,स्वास्थ्य परिणामों में सुधार होगा।
- मेडिकल टेक्सटाइल की अच्छी गुणवत्ता से स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली में विश्वास बढ़ेगा।
- सेनेटरी नैपकिन के लिए कोई मानक नहीं