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डाटा लेकर कोचिंग संचालक बना रहे दबाव- बाल संरक्षण आयोग
बाल संरक्षण आयोग की ओर से कलेक्टर को जो पत्र लिखा गया है उसमें लिखा है कि निजी स्कूलों द्वारा कोचिंग संचालकों के साथ बच्चों की निजी जानकारी शेयर की जा रही है और कोचिंग संचालक बच्चों के अभिभावकों को फोन कर अपने संस्थानों में एडमीशन के लिए दबाव बना रहे हैं जो कि गलत है। इतना ही नहीं प्राइवेट स्कूलों के डाटा शेयर करने से साइबर क्राइम को भी बढ़ावा मिल रहा है। बाल संरक्षण आयोग ने जानकारी देते हुए बताया है कि इस से जानकारी शेयर करना कानूनन दंडनीय अपराध है इसलिए कलेक्टर को इसकी जांच करानी चाहिए और दोषियों पर कार्रवाई करनी चाहिए।
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स्कूल बंद होने का फायदा उठा रहे कोचिंग संचालक
निजी स्कूलों से बच्चों का डाटा लेकर कोचिंग संस्थान स्कूलों के बंद होने का फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं। कोचिंग संस्थानों की तरफ से बच्चों के अभिभावकों को फोन कर बार बार ये दबाव बनाया जा रहा है कि स्कूलों के बंद होने के कारण उनके बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है और कोचिंग संस्थान बच्चों की पढ़ाई को प्रभावित होने से बचा सकते हैं। कोचिंग संचालक ऐसा कर बच्चों को कोचिंग संस्थान भेजने का दबाव बच्चों के अभिभावकों पर बना रहे हैं।
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