धनतेरस पर शहर के बाजारों में जमकर खरीदारी होने की उम्मीद कारोबारी जता रहे हैं। पूरे साल में धनतेरस का दिन खरीदारी के लिए स्वयंसिद्ध माना जाता है। जिसमें सभी प्रकार की खरीदारी का विशेष महत्व बताया गया है। धनतेरस इस बार 5 नवम्बर सोमवार को होगी। बाजारों में धनतेरस की तैयारियां शुरू हो गई है। धनतेरस के लिए शहर के बाजारों में व्यवसायियों द्वारा खास व्यवस्थाएं की जा रही है।
यह दिन खरीदारी के लिए साल के सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त में आता है
ज्योतिष मठ संस्थान के पं. विनोद गौतम ने बताया पूरे साल में धनतेरस का दिन खरीदारी के लिए विशेष शुभ माना गया है। यह परम्परा प्राचीन समय से ही चली आ रही है। इसलिए इसमें भूमि, भवन, वाहन, आभूषण, रत्न, बर्तन, कपड़े सहित सभी प्रकार की खरीदारी करना अतिशुभ होता है। यह दिन खरीदारी के लिए साल के सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त में आता है, इसके साथ ही इस दिन ग्रह, नक्षत्रों की युति भी विशेष शुभ रहेगी। इस दिन सदाशिव योग, मालव योग (महालक्ष्मी ) के साथ हस्त नक्षत्र विद्यमान रहेगा। धनतेरस के लिए हस्त नक्षत्र का होना शुभकारी। इसके साथ ही व्यापार के देवता बुध की राशि कन्या पर चंद्रमा विराजमान रहेगा, जो व्यापार को बढ़ावा देगा। इस लिहाज से इस बार की धनतेरस कई योगों से युक्त रहेगी। इस तरह के संयोग कई सालों बाद बन रहे हैं।
स्थायित्व देती है खरीदारी
पं. विष्णु राजौरिया के अनुसार इस दिन हस्त नक्षत्र, सोमवार का दिन रहेगा। धनतेरस कुबेर और धनवंतरि का प्राकट्य दिवस होने के कारण, धन संपदा में की गई वृद्धि अक्षुण्य हो जाती है और श्रीकृपा हमेशा बनी रहती है। व्यापारिक अनुबंध, नवीन व्यापार की शुरुआत, रत्न, आभूषण, बर्तन, भूमि, भवन सहित सभी प्रकार की खरीदारी करना शुभ होता है। इस दिन की गई खरीदारी स्थायित्व प्रदान करती है