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सूत्रों के मुताबिक जांच में गड़बड़ी पाई गई है। ऐसे में पीईबी द्वारा 6 माह पहले आयोजित कराई गई ग्रुप-2, सबग्रुप 4 की परीक्षा के रिजल्ट 6 महीने बाद भी जारी नहीं किए जा रहे हैं। ऐसे में परीक्षा देने वाले उम्मीदवार परेशान है। यही नहीं आगामी भर्ती परीक्षाओं पर भी ब्रेक लग गया है। अब इस जांच का परीक्षण कराया जा रहा है। इसके बाद आगे कार्रवाई हो सकेगी। इसके बाद ही पीइबी की आगामी परीक्षाओं के आयोजन पर लगा ब्रेक हट सकेगा।
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इसलिए लगा रिजल्ट और परीक्षा पर ब्रेक
किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के लिए आयोजित भर्ती परीक्षा कराने वाली एजेंसी ने ही ग्रुप-2 सबग्रुप 4 की परीक्षा-2020 का आयोजन कराया है। लेकिन कृषि विभाग की परीक्षा से एजेंसी की भूमिका भी संदिग्ध मानी जा रही है। यदि गड़बड़ी में परीक्षा एजेंसी व इससे जुड़े लोगों की संलिप्तता पाई जाती है तो दूसरी एजेंसी को परीक्षा का कार्य सौंपना पड़ेगा। ऐसे में आगामी परीक्षाएं भी इसी एजेंसी से कराने से परहेज किया जा रहा है।
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एक ही क्षेत्र के 10 उम्मीदवार मेरिट में
10-11 फरवरी 2021 को किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के लिए भर्ती परीक्षा-2020 आयोजित की गई। 17 फरवरी को सफल उम्मीदवारों की संभावित लिस्ट जारी की गई। उम्मीदवारों ने आरोप लगाया था कि ग्वालियर चंबल क्षेत्र के ही 10 उम्मीदवारों को मेरिट सूची में स्थान मिला है। एक जैसे नंबर मिले थे। इसमें से 9 उम्मीदवार एक ही जाति के थे। वहीं बीएससी एग्रीकल्चर शासकीय कृषि कॉलेज ग्वालियर से की है। इसके बाद पीईबी के चेयरमैन केके सिंह के नेतृत्व में जांच कराई गई।
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ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी एवं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारीभर्ती परीक्षा रदूद होगी या नहीं, इस मामले में पीईबी डायरेक्टर का कहना है कि अभी कुछ कहा नहीं जा सकता। पीईवी डायरेक्टर ने बताया कि जांच रिपोर्ट का परीक्षण किया जा रहा है। परीक्षण के बाद ही इस प्रकरण को सार्वजनिक किया जा सकता है। इस प्रकरण का निवारण होने के बाद ही रिजल्ट जारी किए जाएंगे।