कानपुर पुलिस ने अवनीश दीक्षित नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है जिससे की जा रही पूछताछ की आंच एमपी तक आ गई है। पुलिस कस्टडी में आरोपी ने एमपी के बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री के कार्यक्रम के लिए करोड़ों का चंदा बटोरने का खुलासा किया। आरोपी अवनीश दीक्षित के अनुसार कथा के पैसोें से उसने दो फॉर्च्यूनर कार खरीदी।
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पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि पिछले साल बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री की कथा आयोजित की जानी थी हालांकि बाद में यह कार्यक्रम निरस्त हो गया। इस दौरान अवनीश दीक्षित ने कानपुर देहात में होनेवाली इस कथा के लिए अलग अलग ठेके देने के नाम पर कई बड़े व्यापारियों से करोड़ों रुपए वसूल लिए। प्रशासन द्वारा अनुमति नहीं दिए जाने से कथा निरस्त हो गई लेकिन उसने कारोबारियों के पैसे नहीं लौटाए और दो फॉर्च्यूनर कार खरीद लीं। इनमें से एक फॉर्च्यूनर खुद रख ली और दूसरी कार उसके साझेदार सुनील शुक्ला के पास है।
बता दें कि कथा निरस्त किए जाने पर आयोजकों ने करीब साढ़े 4 करोड़ रुपए खर्च हो जाने की बात कही थी। आरोपी अवनीश दीक्षित जिस श्री बालाजी मल्टी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के नाम से गोरखधंधा कर रहा था उसके तीन निदेशकों में सुनील शुक्ला उर्फ जीतू, उसकी पत्नी और अवनीश दीक्षित की पत्नी प्रतिमा दीक्षित का नाम शामिल है।
कानपुर की इस निरस्त कथा के मामले से जुड़ा एक ऑडियो भी सामने आया था जिसमें कथित रूप से पंडित धीरेंद्र शास्त्री की आवाज बताई गई थी। ऑडियो में स्थगित कथा का जिक्र करते हुए फोन करनेवाला व्यक्ति सुनील शुक्ला को समझाने की बात कह रहा है। वायरल ऑडियो में वह बुंदेली अंदाज में धमकाते हुए कह रहा है कि मुंह चलाना बंद कर दें। प्रेस कांफ्रेंस करके राजनीति गड़वा देंगे। उस समय जब वायरल ऑडियो पर विवाद उठा था तब आरोपी अवनीश दीक्षित ने कहा था कि कथा के लेन-देन का पुराना मामला था जो सुलझा लिया गया है। इस संबंध में पंडित धीरेंद्र शास्त्री को पत्र भी लिखा गया था। ऑडियो दोबारा वायरल हो रहा है।
वायरल ऑडियो का जिक्र केवल सूचनात्मक है। इसमें पंडित धीरेंद्र शास्त्री की आवाज की patrika.com पुष्टि नहीं करता है।