कुशाभाउ ठाकरे बस टर्मिनल का निर्माण 2010 में किया गया था। करीब चालीस करोड़ रुपए इस पर खर्च आया था। योजना के तहत यहां से पांच राज्यों में यात्रियों को जाने की सुविधा मुहैया कराई जानी थी लेकिन यह कुछ राज्यों तक ही सीमित होकर रह गया। यहां से न तो किसी राज्य में बसें रवाना होती हैं न ही वहां से आ रही है।
शहर में राजस्थान की बसें आती हैं। हलालपुरा बस स्टैंड से इनकी आवाजाही होती है। बीच में इनका संचालन बंद हो गया था। अब कुछ निजी ऑपरेटरों के भरोसे इंटर स्टेट की सुविधा रह गई थी। सड़क परिवहन निगम खत्म होने के कारण भी इस तरह की स्थिति बनी है।
जानकारी के अनुसार बीसीएलएल इंटर स्टेट बस संचालन के लिए योजना बना रहा है। इस योजना के तहत भोपाल से पांच राज्यों के लिए बस सुविधा यात्रियों को मिल सकेगी। यह कब तक शुरू होगी यह तारीख अभी तय नहीं है।
यात्री अभी पूरी तरह निजी बस ऑपरेटरों के भरोसे हैं। कुछ ऑपरेटर दूसरे राज्यों में बस दे तो रहे हैं लेकिन यह स्थाई नहीं है। किराए के मामले में मनमानी की शिकायतें भी कई यात्री कर चुके हैं। प्रदेश का हिस्सा रहे छत्तीसगढ़ तक कुछ बसें चल रही हैं।
सड़क परिवहन निगम के सेवानिवृत्त कर्मचारी श्याम सुंदर शर्मा बताते हैं कि शहर में किसी भी प्रदेश में आने जाने की कोई सुविधा नहीं है। सड़क परिवहन निगम के दौरान दूसरे राज्यों में बसों का संचालन होता था। अब सड़क परिवहन निगम ही खत्म हो चुका है। निजी ऑपरेटर के भरोसे पूरी व्यवस्था है। एग्जिक्यूटिव विवेक चौहान के अनुसार ट्रेन रूट जिन जगह पर नहीं है वहां बस ही एकमात्र सहारा है। भोपाल से कई राज्यों में बसें नहीं जाती है। हाल में अहमदाबाद के लिए बुकिंग की थी। बसें बदल कर जाना पड़ा।