पॉलीथिन की धरपकड़ को लेकर नगर निगम ने पहले पांच एएचओ की टीम बनाई थी, जिसमें दो एचओ भी बनाए गए थे। उसमें एक भी महिला कर्मचारी नहीं है। स्पॉट फाइन व धरपकड़ का प्रभार एएचओ अजय श्रवण को दे रखा है। अगर कोई महिला पॉलीथिन बेच रही है तो उसकी जांच करने वाला टीम में कोई नहीं।
केवल औपचारिकता की जा रही पूरी
पॉलीथिन पर रोक के लिए नगर निगम और प्रशासन के जरिए केवल औपचारिकता पूरी की जा रही है। पॉलीथिन के इस्तेमाल पर पाबंदी नहीं लग पाने का खामियाजा नगर में विचरण करने वाले निरीह पशुओं के साथ पर्यावरण के नुकसान के रुप में लोगों को भुगतना पड़ रहा है। इस मामले में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड मूकदर्शक बना है। जिम्मेदारों की अनदेखी के कारण खाद्य दुकान, कपड़ा दुकान, बेकरी स्टोर्स, मेडिकल स्टोर्स पर उपभोक्ताओं को बेधड़क पॉलिथीन बैग दिए जा रहे हैं।