– जौहरी का नाम बाद में जुड़ा
सूत्रों के मुताबिक डीपीसी में शुरू में वीके सिंह, मैथलीशरण गुप्त और राजेंद्र कुमार का नाम था। वजह ये कि जौहरी ने पूर्व में अपनी सहमति डीजीपी पद के लिए नहीं थी। इस पर यूपीएससी के सदस्यों ने जौहरी से फोन पर पूछा, जिसके बाद जौहरी ने सहमति दी तो लंच के बाद उनका नाम शामिल कर लिया गया। वीके सिंह के बाद जौहरी का नाम था, लेकिन उनकी सहमति न होने पर मैथलीशरण गुप्त के बाद चौथे नंबर पर वरिष्ठ संजय चौधरी का नाम आया। उन पर लोकायुक्त प्रकरण चल रहा है, इसलिए उनका नाम बाहर हो गया। पांचवें नंबर के वरिष्ठ अशोक दोहरे भी सीआर में गड़बड़ होने के कारण सूची से बाहर हो गए। वरिष्ठता में छठवें नंबर पर राजेंद्र कुमार थे, लेकिन चौधरी व दोहरे के नाम बाहर होने से उनका नाम शामिल कर लिया गया। बाद में जौहरी की सहमति मिलने पर राजेंद्र भी बाहर हो गए।