ऐसे में मध्यप्रदेश में लापरवाही कम नहीं हो रही है। महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में संक्रमण बढ़ने के बाद भी यहां न तो बसों से आने वालों की जांच हो रही है और न ही रेलवे स्टेशनों पर ही सतर्कता बरती जा रही है। एयरपोर्ट पर सिर्फ महाराष्ट्र से आने वाले यात्रियों की निगरानी हो रही है।
वहीं बात ग्वालियर की करें तो यहां बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की चेकिंग लगभग बंद है। एयरपोर्ट पर सुरक्षा की लेकर चेकिंग हो रही है, लेकिन कोरोना संक्रमण को लेकर रवैया उदासीन है। रेलवे स्टेशन पर बुधवार दोपहर 3 से 4 बजे के बीच 800 लोग स्टेशन पर आए। प्लेटफॉर्म-1 के वीआइपी गेट और जनरल बुकिंग विंडो गेट से आने-जाने पर किसी तरह की रोकटोक नहीं दिखी। बस स्टैंड पर भी कोई सतर्कता नहीं दिखी।
इंदौर में महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात, छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों से आने वाली बसों के यात्रियों की जांच तक नहीं हो रही है। रेलवे स्टेशन पर इतनी ही सतर्कता है कि सिर्फ रिजर्वेशन वालों को प्रवेश दिया जाता है। एयरपोर्ट पर कुछ इंतजाम जरूर है। यहां महाराष्ट्र से आने वाले यात्रियों पर तो नजर रखी जा रही है। उनका निगेटिव रिपोर्ट देखा जा रहा है, जबकि अन्य शहरों से आने वालों के लिए इस तरह की व्यवस्था नहीं है।
भोपा में यात्री बसों में पहले जैसा हाल
यहां सिर्फ रिपोर्ट पर नेगेटिव रिपोर्ट सही तरीके से प्रदर्शित करने की मांग की जा रही है। रेलवे ने नेगेटिव रिपोर्ट लाने की अपील तो की है, लेकिन इसे जांचने के लिए कोई नहीं है। ट्रेन के अंदर सिर्फ कंफर्म टिकट वालों को ही अनुमति दी जा रही है। इसके विपरीत बसों में हालात पहले जैसे हैं। हालांकि महाराष्ट्र जाने वाली बसों का संचलान अभी बंद है।