कुल मिलाकर भाजपा ने जिस तरह से मां की आड़ लेकर अजय सिंह पर हमले शुरू किए हैं। उससे एक बात साफ हो गई है कि अजय सिंह की छवि को निशाना बनाने की भाजपा की पूरी रणनीति है। जिस तरह से भाजपा के सभी नेताओं ने अजय सिंह पर हमला बोला है, कहीं न कहीं यह पूरी एक राजनीतिक रणनीति है। संभव है कि आने वाले दिनों में इसी तरह से दूसरे कांग्रेसी नेताओं की छवि को भी डैमेज करने का काम किया जा सकता है। दरअसल, अजय सिंह भी इस हमले के बाद बचाव की मुद्रा में आ गए हैं। उनके पास मां के आरोपों का कोई जवाब नहीं है।
यानि अजय सिंह राहुल और उनके भाई के खिलाफ उन्हीं की बूढ़ी और बीमार मां के जरिए अदालत में मुकदमा दायर करने के लिए जिस वरिष्ठ अधिवक्ता को हॉयर किया गया वो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी पत्नी साधना सिंह के भी वकील हैं और अजय सिंह के खिलाफ। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी पत्नी श्रीमती
साधना सिंह की ओर से जिला अदालत में एक करोड़ रुपए की मानहानि का
मुकदमा में पैरवी कर रहे हैं। हालांकि पक्षकार अपने मुकदमे की पैरवी के लिए अधिवक्ता नियुक्त करने हेतु स्वतंत्र होते हैं। परंतु आसन्न मध्य प्रदेश विधान सभा के चुनाव को देखते हुए सियासी जानकार इसमें गहरी सियासी साजिश से भी इंकार नहीं कर रहे हैं। अब यह एक इत्तेफाक भी हो सकता है कि 83 साल की बूढ़ी और गंभीर रुप से बीमार मां के जरिए अजय सिंह (राहुल भैया) के खिलाफ अदालत में मुकदमा दायर करने वालों को यह बात मालूम ही ना हो कि वो जिस वकील को हॉयर कर रहे हैं वो मुखयमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ओर से पहले से ही अजय सिंह (राहुल भैया) के खिलाफ मानहानि का मुकदमा में पैरवी कर रहे हैं।
यह तो अभी शुरुआत है
राजनीतिक मामलों के वरिष्ठ पत्रकार देवश्रीमाली इस मामले में साफ कहते हैं कि यह साफ साजिश है। हालांकि अजय सिंह और उनके पारिवारिक रिश्ते सभी को मालूम हैं। उनके भीतर कितनी गर्माहट शेष बची है यह भी लोगों को मालूम है। लेकिन ऐन चुनावों के मौके पर जिस तरह से अजय सिंह की मां को सामने लाया गया है, वह एक ऐसी कोशिश है जिसे राजनीति में स्वीकार नहीं किया जाता है। इसे कमर के नीचे का वार माना जाता है। हालांकि चुनाव में इसकी शुरुआत हो गई है तो मानकर चलिएगा कि आने वाले दिनों में ऐसे वार और ज्यादा होंगे। उनका कहना है कि आने वाले दिनों में अजय सिंह भी मुख्यमंत्री पर सीधे और व्यक्तिगत हमले कर सकते हैं और इसके साथ ही कमर से नीचे वार अचानक से बढ़ने की संभावना है।
अजय सिंह ने दिया अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस
वहीं, विधानसभा के तकरीबन आखिरी सत्र की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस सत्र में कांग्रेस ने अविश्वास प्रस्ताव लाने की घोषणा पहले से ही की हुई थी। आज नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस भी विधानसभा के प्रमुख सचिव को थमा दिया। नेता प्रतिपक्ष ने एक रोज पहले ही कहा था कि मैं जब भी सरकार को मुद्दों पर घेरता हूं तो वह कमर से नीचे वार शुरू कर देते हैं। मेरी मां को अदालत ले जाना भी यही एक कोशिश है।