बीते दिनों संचालक मंडल की बैठक में ये निर्णय लिया गया। इसमें निवेशक की मुत्यु हो जाने पर परिवार के सदस्यों को ये सुविधा दी जाएगी। बैठक में अध्यक्ष ओम यादव, सीईओ नीरज वशिष्ठ, अपर कलेक्टर दिशा नागवंशी, सिटी प्लानर शुभाषीश बैनर्जी मौजूद रहे।
बीडीए की आवासीय योजनाओं में बुकिंग व रजिस्ट्री के बाद पजेशन नहीं लेने वाले निवेशकों पर प्रतिमाह 1500 रुपए की पेनाल्टी लगाई जाएगी। बीडीए इस राशि से प्रापर्टी का मेंटेनेंस करेगा। 1992 में आवंटित की गई रक्षा विहार की जमीनों के नामांतरण पर लगी रोक को हटा लिया गया है।
यहां सैनिक परिवारों ने गैर सैनिकों को जमीनें बेची थीं, जिसके चलते नामांतरण नहीं हो पा रहे थे। विद्या नगर फेस 2 के बंधक प्लॉट को बीडीए ने अपने अधिकार से विलोपित कर दिया है।
उन्नीस जगह बाघ, छब्बीस जगह मिले तेंदुए के निशान
वहीं दूसरी तरफ आई खबरों में राजधानी का जंगल बाघों को खूब भा रहा है। राजधानी में 9 मार्च से शुरू हुई वन्यप्राणी गणना के तहत मांसाहारी जानवरों की गिनती के तीसरे दिन तक 19 स्थानों पर बाघों के पंजों, खरोंच आदि के निशान मिले हैं।
बैरसिया और भोपाल को मिलाकर कुल 26 स्थानों पर तेंदुए की उपस्थिति पाई गई है। 51 स्थानों पर लकड़बग्घा, लोमड़ी जैसे अन्य छोटे मांसाहारी जीव मिले हैं।
15 मार्च तक चलने वाली गणना के अखिरी तीन दिन शाकाहारी जानवरों की गिनती की जाएगी। भोपाल में 16 बीटों और बैरसिया के 29 बीटों पर मांसाहारी जानवरों की गणना तीन दिन की गई। सभी बाघों के निशान भोपाल वृत्त की 8 बीटों में 19 स्थानों पर पाए गए। सबसे अधिक भोपाल रेंज की 6 बीटों के 24 स्थानों पर तेंदुए के निशान मिले।
बैरसिया की दो बीटों बीलखो व हरिपुर में 2 स्थानों पर तेंदुए के निशान मिले हैं। कंजर्वेटर फॉरेस्ट एसपी तिवारी ने बताया कि अगले तीन दिन शाकाहारी जीवों की गणना की जाएगी। इसके लिए प्रतिदिन 5 किमी के जंगल का भ्रमण किया जाएगा।
सुबह 06 से 10 बजे तक वन्यकर्मी और वालेंटियर करेंगे। गणना के दौरान प्राप्त सभी आंकड़ों को बाद में संग्रहीत किया जाएगा।