सरल पेपर ने दिलाए अच्छे नंबर, कटऑफ जाएगा ऊपर
एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस बार पेपर सरल होने से ज्यादातर स्टूडेंट्स की स्कोरिंग अच्छी रही है। लेकिन अब कटआफ भी ऊपर जाने की संभावना है। बताया जा रहा है कि कटऑफ पर इस रिजल्ट का असर ज्यादा दिखेगा, करीब-करीब 60 मार्क्स का अंतर कटऑफ में रहेगा। इस साल मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस, बीडीएस व अन्य पाठ्यक्रमों में एडमिशन लेने के इच्छुक अभ्यर्थी नीट यूजी रिजल्ट 2024 (Neet UG Result 2024) एनटीए (NTA) की अधिकृत वेबसाइट exams.nta.ac.in पर चेक कर सकते हैं।देशभर में 67 स्टूडेंट्स ने किया टॉप
नीट में इस बार रिकॉर्ड 67 स्टूडेंट्स ने टॉप किया है। इन सभी की रैंक 1 आई है। इन सभी स्टूडेंट्स को 99.997129 परसेंटाइल मार्क्स मिले हैं।रिजल्ट से एक दिन पहले जारी की गई थी आंसर शीट
आपको बता दें कि नीट रिजल्ट 2024 मंगलवार 4 जून की शाम को घोषित किया गया था। इससे एक दिन पहले 3 जून को एनटीए ने नीट फाइनल आंसर-की जारी की थी। एनटीए ने नीट की पहली आंसर-की 29 मई को जारी की थी, जिस पर आपत्ति दर्ज कराने के लिए 1 जून तक का समय दिया गया था। आपत्तियां मिलन और उन पर विचार करने के बाद फाइनल आंसर-की जारी की गई। फाइनल आंसर-की के आधार पर ही नीट का रिजल्ट 4 जून जारी किया गया।स्टूडेंट्स ने बताया कैसे मिली सफलता
अपने गांव के पहले स्टूडेंट जिसने क्लीयर किया नीट, 14-15 घंटे की पढ़ाई
नाम- हर्ष धाकड़ एआइआर- 489 नीट स्कोर- 710 रायसेन जिले के चंदन पिपलिया गांव के रहने वाले 19 वर्षीय हर्ष धाकड़ नीट की तैयारी के लिए भोपाल में रहते हैं। उनके पिता वीरेंद्र धाकड़ एक किसान हैं और मां शीला धाकड़ एक गृहिणी हैं। उन्होंने बताया कि यह मेरा दूसरा प्रयास है। अपने पहले प्रयास में एक नंबर कम होने के कारण पास नहीं कर पाए थे। इस बार मेरे पेपर गए अच्छे थे, इसलिए मुझे अच्छे नंबर की उम्मीद थी। हर्ष का कहना है कि वह अपने गांव के पहले छात्र हैं, जिन्होंने नीट क्वालिफाई किया है। सेल्फ स्टडी को 14-15 घंटे देता था। जब भी तनाव महसूस होता था तो अपनी मां और शिक्षकों से बात करता था। व्हाट्सएप के अलावा इंटरनेट मीडिया का इस्तेमाल नहीं करता। एम्स में दाखिला लेना चाहता हूं।जब तक मन किया पढ़ता रहता था
नाम- अक्षर दुबेएआइआर- 868
नीट स्कोर- 705 मेरे माता-पिता डा. मुकुरिता दुबे और डा. आशीष दुबे भी चिकित्सक हैं। उन्हें देखकर मैं भी उन जैसा बनना चाहता था। मैं कोचिंग के अलावा घंटे गिनकर कभी भी पढ़ने नहीं बैठा। जब तक मन करता था पढ़ता रहता था। सुबह 6 बजे उठकर रिवीजन करता था और कई बार रात को 2-3 बजे तक पढ़ता रहता है।
रोजाना 12 से 13 घंटे की पढ़ाई
नाम- हर्ष कुमार गुप्तानीट स्कोर – 702
एआइआर- 1424
एमपी के सीधी जिले के रहने वाले हर्ष ने बताया कि मैं 11वीं से भोपाल में रहकर NEET की तैयारी कर रहा हूं। पहले ही प्रयास में यह सफलता मिली है। NCERT की किताबों से पढ़ाई की। पुराने पेपर का एनालिसिस और माक टेस्ट के माध्मम से मैंने यह अंक हासिल किए हैं। रोजाना कोचिंग में पढ़ाई के अलावा मैं 12 से 13 घंटे पढ़ाई करता था।
12-13 घंटे की सेल्फ स्टडी
नाम- सुजीत गौरएआइआर- 492
नीट स्कोर- 710 बैरसिया के भरोवाल गांव के रहने वाले 17 वर्षीय सुजीत का कहना है कि पहली बार में एक नंबर से रह गया था, ये मेरा दूसरा प्रयास था। मुझे उम्मीद नहीं थी कि मैं टॉप करूंगा। मेरे पिता ओम प्रकाश एक किसान हैं और मां अयोध्या बाई गृहिणी हैं। परीक्षा के दौरान सेल्फ स्टडी के लिए 12 से 13 घंटे पढ़ता था।