मध्यप्रदेश में बनने वाला नर्मदा एक्सप्रेस (Narmada Express Way) वे नर्मदा नदी की तरह ही लोगों की लाइफ लाइन बन जाएगा। यह हाईवे अनूपपुर, डिंडोरी, मंडला, जबलपुर, नरसिंहपुर, होशंगाबाद, हरदा, खंडवा, खरगौन और बड़वानी जिले से गुजरेगा। इस हाइवे से 10 जिलों को फायदा तो होगा ही, इस दायरे में रोजगार और स्वरोजगार की भी संभावनाएं बढ़ेंगी। इस हाइवे के आसपास इंडस्ट्रियल क्लस्टर बनाया जाएगा। क्लस्टर के अलावा यहां भारत सरकार की भारतमाला परियोजना के अंतर्गत 35 मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क बनाए जाएंगे।
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दो राज्यों को जोड़ेगा हाईवे
इस राज्य का सबसे बड़ा फायदा छत्तीसगढ़ और गुजरात को भी मिलेगा। यह हाईवे सीधे दोनों राज्यों से जुड़ जाएगा। इस एक्सप्रेस वे के बनने से दोनों राज्यों में साथ ही मध्यप्रदेश में टूर्जिम को बढ़ावा मिलेगा। लोग कम समय में तीनों राज्यों में पर्यटन का लुत्फ ले सकेंगे।
इसका ओंकारेश्वर, अमरकंटक, भेड़ाघाट-लमेटाघाट में टूरिज्म बढ़ेगा। साथ ही निवेश की संभावनाएं भी बढ़ेंगी। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने प्रदेश की 34 सड़क परियोजनाओं का हाल ही में शिलान्यास किया है।
यह क्षेत्र भी जुड़ेंगे औद्योगिक और पर्यटन की गतिविधियों वाले जिन 12 क्षेत्रों की सड़कें जुड़ेंगी। इसमें सागर टोला, जबलपुर, औबेदुल्लागंज, संदलपुर, बुदनी, इंदौर, हरदा, खलघाट, ठीकरी, लेबड की मुख्य सड़कें होंगी।
एमपी में यह भी होगा खास
आर्थिक राजधानी इंदौर में पश्चिम रिंग रोड के लिए दोबारा स्टडी की जाएगी।
इंदौर-खंडवा रोड पर विशेष पुल का निर्माण किया जाएगा। इस पुल के दोनों तरफ स्क्रीन पर मां अहिल्याबाई के जीवन पर लाइट एवं साउण्ड शो भी हो सकता है।
इंदौर बायपास की सर्विस रोड को मजबूत किया जाएगा।
इंदौर-जबलपुर-सागर-ग्वालियर की रिंग रोड का निर्माण किया जाएगा।
17 सड़कों पर नहीं लगेगा टोल
17 सड़कों पर टोल नहीं लगाने का भी प्रस्ताव है। निजी वाहनों (बस-कार और जीप) से टोल टैक्स नहीं वसूला जाएगा। इनमें पन्ना-अजयगढ़, मोहनपुरा-बेहट, आष्टा- कन्नोद, महुआ-चुवाही, शाजापुर-दुपाड़ा-कनाड़ पचलाना-पिलवास-नलखेड़ा,परसोना-महुआ-बरखा, कटनी-विजयराघवगढ़-बरही, हरदुआ-चाकघाट, तिलवारी-चरगांव-गोटेगांव, रीवा-बंकुइया-सेमरिया, उज्जैन-मक्सी, मुरार-चितोरा, सनावद-खरगौन,डबरा-भितरवार-हरसी, खाटकीया-बीनागंज, बदनावर-थांदला और नसरुल्लागंज-खातेगांव मार्ग शामिल हैं।
भोपाल से कानपुर भी बनेगा हाईवे
भोपाल से कानपुर (bhopal to kanpur) जाने वाले लोगों को झांसी के रास्ते नहीं जाना पड़ेगा। साथ ही कई घंटों का सफर आसान हो जाएगा। 526 किलोमीटर लंबे फोरलेन हाईवे के लिए जमीन अधिग्रहण का काम शुरू हो गया है। इस हाइवे की खासबात यह है कि इसमें अंडरपास और एलीवेटेड पुलों का निर्माण सिक्सलेन स्ट्रक्चर पर होगा, जिससे भविष्य में इसका विस्तार फोरलेन से 6 लेन में करना पड़े तो दूसरा पुल बनाने की जरूरत न पड़े। यह हाईवे लगभग तीन साल में पूरा हो जाएगा। एनएचएआई छतरपुर के प्रोजेक्ट डायरेक्टर पुरुषोत्तम लाल के मुताबिक कबरई से भोपाल के बीच अलग-अलग सेक्टर में नया हाईवे (bhopal kanpur highway) बनाने के लिए डीपीआर बन गई है। जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया भी चल रही है।