MP Tourism: टूरिस्ट के लिए बड़ी खुशखबरी, रातापानी सेंचुरी में बनेंगे टाइगर रिजर्व जैसे नए ट्रैक, अब Tiger देखना होगा आसान
mp tourism अब राजधानी भोपाल के रातापानी के जंगलों में वाइल्ड लाइफ और टाइगर को करीब से देखना और आसान हो जाएगा। क्योंकि मध्य प्रदेश की मोहन सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए यहां टाइगर रिजर्व जैसे नए ट्रैक बनाने की तैयारी कर ली है।
mp tourism: एमपी और उसकी वाइल्ड लाइफ को पसंद करने वाले टूरिस्ट के लिए मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार ने बड़ी खुश खबरी दी है। इसके बाद मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की रातापानी सेंचुरी में टाइगर्स के आसानी से दीदार किए जा सकेंगे।
मध्य प्रदेश में टूरिस्ट की बढ़ती संख्या को देखते हुए और रातापानी को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने के लिए रातापानी प्रबंघन ने यहां टाइगर रिजर्व (Tiger Reserve) की तरह ट्रैक (TRack) बनाने का ऐलान किया है। मानसून सीजन खत्म होते ही यहां ट्रैक बनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। इसका सबसे बड़ा फायदा ये होगा कि ट्रैक बढ़ जाएंगे और इंटरनल जुड़ने से टूरिस्ट को यहां वन्य जीवों को करीब से देखने का मौका मिलेगा।
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में वाइल्ड लाइफ टूरिस्ट की संख्या लगातार बढ़ रही है। वहीं रातापानी प्रबंधन चाहता है कि रातपानी सेंचुरी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिले। यह फैसला तब लिया गया है जब रातापानी को टाइगर रिजर्व का दर्जा नहीं है, लेकिन यहां सफारी होती है।
भोपाल की रातापानी सेंचुरी में अभी तो ट्रैक पर सफारी होती है। एक सफारी देलाबाड़ी से गिन्नारगढ़ तक और दूसरी झिरी से रणभैंसा रॉक पेंटिंग तक। इन दोनों ट्रैक के अलावा करीब नए 5 ट्रैक और बनाए जाएंगे। टाइगर रिजर्व जैसे नए ट्रैक बनाकर इन्हें इंटरनल जोड़ा जाएगा। इससे टूरिस्ट को जंगली जानवरों का दीदार आसानी से होगा। जानकारी के मुताबिक, बारिश के बाद इसका काम तीन चरणों में किया जाएगा। पहले चरण में दो, फिर दूसरे चरण में दो, उसके बाद तीसरे चरण में एक ट्रैक तैयार किया जाएगा।
रातापानी (Ratapani Wild life Sanctuary) प्रबंधन का कहना है कि ट्रैक बढ़ने से टूरिस्ट की सुविधा बढ़ेगी और टूरिस्ट अट्रैक्ट होंगे। इससे यहां टूरिस्ट की संख्या भी बढ़ेगी। वहीं अधिकारियों का कहना है कि यहां टूरिस्ट की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसलिए रातापानी सेंचुरी में उन साइट्स की पहचान की गई है, जहां जंगली जानवर दिखाई देते हैं। इन्हीं साइट पर नए ट्रैक बनाकर उसे इंटरनली जोड़ा जाएगा। ये नए ट्रैक बरूसोत, देलाबाड़ी, इमलाना और करमई से जोड़े जाएंगे।