मौसम विज्ञानी पीके साहा के अनुसार, मानसूनी सीजन 1 जून से शुरू होकर 30 सितंबर तक रहता है। इस साल मानसून करीब एक पखवाड़ा देरी से आने के बावजूद भोपाल में 30 सितंबर से पहले ही बारिश का नया कीर्तिमान बन गया है। साहा ने बताया कि मौसम विभाग के पास 1980 से उपलब्ध आंकड़ों के मुातबिक सबसे अधिक 1686.4 मिमी बारिश 2006 में दर्ज की गई थी, जो एक कीर्तिमान थी। अब यह रेकॉर्ड भी पीछे रह गया है।
प्रदेश में भी 34 फीसदी ज्यादा बारिश
प्रदेश में भी अब तक औसतन 34 फीसदी ज्यादा पानी बरस चुका है। मौसम विभाग के अनुसार, पूरे सीजन में मध्यप्रदेश में 952 मिमी बारिश होना चाहिए, जबकि इस साल अब 1204.1 मिमी बरसात हो चुकी है। वहीं इस अवधि तक की औसत बारिश 899.2 मिमी है।
आज भी बारिश की चेतावनी
प्रदेश में बुधवार को भोपाल समेत सागर, रायसेन, दमोह, नौगांव, सीधी, खजुराहो, बैतूल और जबलपुर सहित कई जिलों में बारिश हुई। मौसम विभाग ने गुरुवार को पन्ना, सागर, छतरपुर, दमोह, विदिशा, राजगढ़, रायसेन, रीवा, सतना, नरसिंहपुर, हरदा, होशंगाबाद, खंडवा में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।