Sawan Mass कोरोनाकाल में ऐसे कर सकेंगे महाकाल के दर्शन, सवारी के लिए मार्ग तय मंदसौर में रविवार की रात को ही शिवना का जलस्तर तेजी से बढ़ा और बाढ़ का पानी छोटी पुलिया को पार कर गया। उज्जैन में क्षिप्रा का जल स्तर भी बढ़ता गया और सोमवार को पानी ने तटों के कई मंदिरों को छू लिया। नागदा में चंबल नदी की बाढ़ भी तटों तक फैलने से लोगों को जाने से रोका गया। देवास जिले में भी क्षिप्रा व कालीसिंध सहित सहायक नदियों में मानसूनी बारिश के बाद जल स्तर बढ़ा है।
भारी बारिश से कई जिलों में जन-जीवन अस्त-व्यस्त, कई डैम लबालब सोमवार को उज्जैन में हल्की बारिश हुई तो रतलाम और मंदसौर में औसत 3-3 इंच बारिश दर्ज की गई है। नीमच, देवास और आगर-मालवा में भी दोपहर व शाम के समय बारिश हुई है। शाजापुर जिले के शुजालपुर क्षेत्र में बीते दिन दो अलग अलग स्थानों पर बरसाती नालों में बहे एक बालक और बुजुर्ग की दोपहर बाद तक खोजबीन जारी थी। प्रदेश के अन्य स्थानों पर भी कई लोगों के डूबने या बहने के समाचार हैं।