ऐसे में क्राउड मैनेजमेंट को देखने के लिए मप्र पुलिस का एक दल एक माह के भीतर दूसरी बार जाएगा। अफसर बारीकी से सीखेंगे कि आखिर इतनी भीड़ का एक साथ प्रबंधन कैसे किया जा रहा है।
यह कवायद उज्जैन सिंहस्थ 2028 की तैयारियों के लिए की जा रही है। हाल ही में उज्जैन आइजी उमेश जोगा, कमिश्नर संजय गुप्ता, डीआइजी नवनीत भसीन, पीएचक्यू से 15 लोगों का दल बनाया गया था। इसमें डीआइजी रुण नायक, हितेश चौधरी और राहुल लोढ़ा अन्य लोग थे। प्रयागराज का दौरा कर महाकुंभ की व्यवस्थाओं को देखा है।
इन व्यवस्थाओं को समझेगा पुलिस दल
ट्रैफिक के लिए रूट परिवर्तन कैसे किया जा रहा है। वाहनों को कहां रोका जा रहा है। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंडसे मेला स्थल तक वाहनोंको कैसे लाया जाएगा। घाट पर पुलिस व्यवस्था कैसे होगी। जैसे मोटरबोट में तैनाती, गोताखोर सहित अन्य व्यवस्थाएं। कमांड सेंटर किस तरह काम कर रहा है। किन चीजों की निगरानी की जा रही है। कैमरे कैसे और कौन से लगाए गए हैं।
लोगों को साइबर ठगी सेबचाने के लिए कौन सा मैकेनिज्म तैयार किया गया है। यूपी सरकार ने एआइ तकनीक का भी इस्तेमाल किया है।इसकी बारीकियां भी मप्रपुलिस का दल समझेगा। दल ने एक बार महाकुंभ का दौरान किया है। अमृत स्नान में फिर करोड़ों श्रद्धालु जुटने वाले हैं। ऐसे में फिर एक दल वहां की व्यवस्थाओं को समझेगा। उमेश जोगा, आइजी, उज्जैन रेंज