ऐसे सामने आई परीक्षा में गड़बड़ी
– आपको बता दें कि पटवारी परीक्षा की धांधली को लेकर इंदौर, भोपाल समेत अन्य जिलों में अभ्यर्थी जांच कराने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। 15 मार्च से 26 अप्रैल के बीच ग्रुप-2 (सब ग्रुप-4) सहायक संपपरीक्षक, सहायक जनसंपर्क अधिकारी, सहायक नगर निवेशक, सहायक राजस्व अधिकारी, सहायक अग्नि शमन अधिकारी की सीधी तथा बैकलॉग भर्ती और पटवारी भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी। यह परीक्षा प्रदेश के 13 शहरों में ऑनलाइन हुई। इसमें 12.79 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे। लेकिन परीक्षा मे केवल 9.78 लाख अभ्यर्थी ही शामिल हुए थे। इस भर्ती परीक्षा का रिजल्ट 30 जून को जारी किया गया। वहीं, टॉप-10 उम्मीदवारों की सूची 10 जुलाई को जारी की गई। परीक्षा के टॉप-10 में से सात टॉपर ग्वालियर के भाजपा नेता के कॉलेज एनआरआई सेंटर से होने के बाद इस मामले में विवाद शुरू हुआ।
– इसके बाद पटवारी की परीक्षा में दिव्यांग श्रेणी के अभ्यर्थी वन रक्षक भर्ती परीक्षा में फिट होने की बात सामने आई।
– परीक्षा की टॉपर के प्रदेश के जिलों और संभाग की संख्या नहीं मालूम होने को लेकर वीडियो वायरल होने के बाद हंगामा बढ़ गया है।
– इससे पहले कांग्रेस के परीक्षा में घोटाले के आरोप लगाने के बाद मुख्यमंत्री ने नियुक्ति में रोक लगा कर जांच करने के आदेश दिए थे।
– हालांकि अब परीक्षा में चयनित अभ्यर्थी में नियुक्ति देने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।