MP News: नेताओं की पहचान खादी कुर्ता से होती है। नेताओं ने तो खादी अपना ली, लेकिन अब अफसरों और सरकारी मुलाजिमों को खादी के प्रति रुझान जगाने के प्रयास शुरू हो गए हैं। इसके लिए मंत्रालय परिसर में ही खादी वस्त्रों के विक्रय के लिए स्थान की तलाश हो रही है। अभी मृगनयनी एपोरियम का आउटलेट स्थापित है। प्रयास है कि खादी का आउटलेट भी तैयार हो जाए।
खादी ग्रामोद्योग बोर्ड का प्रयास है कि अधिक से अधिक लोग खादी को अपनाएं। माह में कम से कम एक दिन और स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस पर खादी के वस्त्र जरूर पहनें। वहीं बोर्ड कर्मचारियों की सेवा शर्तों में शामिल है कि वे दतर में खादी पहनकर आएं।
खादी कहीं भी किसी से कमजोर न लगे इसके लिए बोर्ड के प्रयास चल रहे हैं। बोर्ड ने खादी वस्त्रों की बिक्री पर 10 प्रतिशत छूट भी देना शुरू कर दिया है। 12 अगस्त से शुरू हुई छूट 26 अगस्त तक रहेगी। स्वतंत्रता दिवस, रक्षाबंधन, जन्माष्ठमी जैसे पर्वों को देखकर यह छूट दी गई है। जिससे इन मौकों पर लोग खादी वस्त्रों को खरीदें और पहनें।
रेलवे स्टेशन में भी जगह बनाई
भारत सरकार की एक स्टेशन एक उत्पाद योजना के तहत पश्चिम मध्य रेलवे झोन के बीना, विदिशा, गंजबासौदा, हरदा, भोपाल एवं रानी कमलापति रेलवे स्टेशनों पर कुटीर एवं ग्रामोद्योग उत्पादों का विक्रय किया गया। इनमें खादी वस्त्र भी शामिल हैं।