एमपी में पूरा हो चुका एलपीजी पाइपलाइन का काम
एलपीजी पाइपलाइन का प्रोजक्ट साल 2019 में शुरू हुआ था। जिसे पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट भी बताया जाता है। उन्होंने साल 2019 में गोरखपुर में इसकी आधरशिला रखी थी। ये प्रोजेक्ट अब लगभग पूरा होने की कगार पर है। इस प्रोजेक्ट को इंदौर, उज्जैन और भोपाल से जोड़ा गया है। अब इन शहरों के भारत पेट्रोलियम, हिंदुस्तान पेट्रोलियम, और इंडियन ऑयल के बॉटलिंग प्लॉट तक पहुंचेगी। प्रोजेक्ट खत्म होने के बाद टैंकरों से एलपीजी गैस लाने झंझट खत्म हो जाएगी।
इन जगहों से होगी एलपीजी सिलेंडरों की सप्लाई
भोपाल, इंदौर, उज्जैन और सागर जिले के बीना के अलावा कई आसपास के शहरों में एलपीजी गैस सिलेंडर की सप्लाई की जाएगी। इस प्रोजेक्ट को लेकर डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि प्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है। एमपी में गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड करीब 50 हजार करोड़ रुपए का निवेश करने जा रही है। जिसकी प्रक्रिया चल रही है।
कबतक शुरू होगी गैस सिलेंडरों की रिफलिंग
एलपीजी गैसलाइन प्रोजेक्ट के तहत 620 किलोमीटर लंबी लाइन का काम पूरा हो चुका है। गुजरात में 1076 किलोमीटर लंबी एलपीजी लाइन का भी 90 फीसदी काम पूरा हो चुका है। इधर यूपी में भी 1109 किलोमीटर लंबी लाइन का कार्य भी लगभग 95 फीसदी हो चुका है। मार्च 2025 तक प्रोजेक्ट पूरा होने का अनुमान है। काम पूरा होते ही सिलेंडरों में एलपीजी गैस भरने का काम शुरू हो जाएगा।