इन्हें करना है कार्रवाई
अतिक्रमण और पार्र्किंग को दुरूस्त रखने का जिम्मा नगर निगम में अपर आयुक्त कमल सोलंकी और उपायुक्त मिलिंद ढोके का है। ढोके का कहना है कि वे दोनों जगहों के लिए अलग से प्लान बना रहे हैं। बाकी पुलिस की कार्रवाई में मदद कर रहे हैं।
न्यू मार्केट: पांच दिन पुलिस लगी फिर भी पीछे नहीं हटे व्यापारी-अवैध हॉकर्स जिला प्रशासन द्वारा न्यू मार्केट को नो-व्हीकल और नो हॉकर्स जोन बनाने के लिए आठ माह पहले निर्देश दिए थे। निगम प्रशासन हॉकर्स से मिलीभगत के चलते कार्रवाई नहीं कर पाया। अभी पांच दिन पहले टीटी नगर थाना पुलिस ने जिम्मेदारी ली। रोजाना पुलिस का अमला नो-पार्र्किंग, नो हॉकर्स जोन तय कराने बाजार में निकलता है। रविवार को तो निगम अमले को भी साथ लिया, लेकिन सोमवार को स्थिति फिर वही रही।
एमपी नगर: जोन प्रभारी ने छोड़ी पार्र्किंग की जिम्मेदारी, अवैध लोग कर रहे जमकर वसूली एमपी नगर के जोन एक और दो में इस समय बेतरतीब पार्र्किंग और पार्र्किंग की अवैध वसूली जोरों पर है। यहां जोन एक के साथ दो में अवैध वसूली की गैंग काम पर है और निगम के जिम्मेदार अफसर इनकी मौन रहकर मदद कर रहे हैं। एक जोन से ही रोजाना 40 हजार रुपए तक की वसूली हो रही है। मनमर्जी से पार्र्किंग कराई जा रही है। सड़क पर पार्र्किंग से आवागमन बाधित हो रहा है। गुरुदेव गुप्त चौराहा के पास खाली जगह पर तो अघोषित कार पार्र्किंग विकसित हो गई है।
अवैध वसूली, अवैध वेंडर्स से इनको लाभ
पार्र्किंग की अवैध वसूली और अवैध हॉकर्स पर कार्रवाई नहीं करने का सीधा लाभ नगर निगम के पार्किंग सेल से जुड़े अफसरों-कर्मचारियों को मिलने की स्थिति बनती है। संभव है अवैध वसूली में हिस्सेदारी तय हो जिससे ये कार्रवाई नहीं कर पा रहे। यही वजह है कि जोन प्रभारी संचालन से खुद को हटा रहे हैं और पार्र्किंग सेल जिम्मेदारी नहीं ले रही।
ये ऐसे परेशान – न्यू मार्केट में मल्टीलेवल शुरू होने के बावजूद बाजार के आसपास दो लेन तक वाहन खड़े हो रहे हैं। मल्टीलेवल के सामने कारों की लाइन लगी हुई है। व्यापारियों के वाहनों को अलग पार्र्किंग नहीं दी गई, जिससे करीब 1500 वाहन पूरे दिन खड़े रहते हैं। अंदर 800 से अधिक अवैध वेंडर्स ने रास्तों, कॉरीडोर पर कब्जा किया हुआ है और दुकानदारों ने पीली लाइन से दो मीटर तक आगे दुकान निकाल ली है। खरीदी करने वाले इनसे दिक्कत में है।
– एमपी नगर में बैंक स्ट्रीट पूरी तरह अवैध पार्किंग का अड्डा है। जमकर अवैध वसूली हो रही है। इसी तरह इंदौर सीट कवर की लाइन से लेकर होटल्स लाइन में होटल संचालकों ने सामने की 4 मीटर तक की जगह अपने ग्राहकों के लिए अवैधतौर पर घेर ली है। जिससे आवागमन के लिए सड़क पर कम जगह मिल पा रही है। इसी तरह सरगम टॉकीज से लेकर आसपास की तमाम गलियों में कोचिंग के लिए आने वाले छात्रों के वाहनों की अवैध पार्किंग से सड़कें जाम है, जिससे दिनभर लोग जूझते हैं।