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भोपाल

एमपी के सरकारी स्कूलों में मनाया जाएगा मासूमों की वीरता का ये महोत्सव, सुनाई जाएगी इनकी वीरगाथा

मध्यप्रदेश के सरकारी स्कूलों में अब नया दिवस मनाने की तैयारी शुरू कर ली गई है। अब तक स्कूलों में बाल दिवस मनाया जाता रहा है। लेकिन अब एक और दिवस ‘वीर बाल दिवस’ भी मनाया जाएगा…

भोपालDec 07, 2022 / 12:14 pm

Sanjana Kumar

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भोपाल। मध्यप्रदेश के सरकारी स्कूलों में अब नया दिवस मनाने की तैयारी शुरू कर ली गई है। अब तक स्कूलों में बाल दिवस मनाया जाता रहा है। लेकिन अब एक और दिवस ‘वीर दिवस’ भी मनाया जाएगा। मध्यप्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी है। जिसका लाभ कक्षा 1 से लेकर 10 तक की कक्षाओं के सभी बच्चों को मिलेगा। दरअसल सरकारी स्कूलों में 19 से 24 दिसंबर के बीच यह दिवस मनाया जाना है। इससे संबंधित दिशा-निर्देश लोक शिक्षण संचालनालय ने जारी कर दिए हैं।

 

जारी किए यह दिशा-निर्देश
लोक शिक्षण संस्थान की ओर से जारी इस संदर्भ के दिशा निर्देशों में कहा गया है कि स्कूल में हर साल बाल दिवस मनाया जाता है। लेकिन, इस वर्ष वीर बाल दिवस मनाया जाएगा। स्कूलों को तैयारियां करने के निर्देश दिए गए हैं। दरअसल सरकारी स्कूल में आजादी के अमृत महोत्सव पर वीर बाल दिवस का आयोजन होना है।

वीर बाल दिवस का आयोजन
वीर बाल दिवस हर साल 26 दिसंबर को मनाया जाता है। हालांकि 25 दिसंबर से सभी सरकारी स्कूलों में शीतकालीन अवकाश शुरू हो रहे हैं। इसकेकारण प्रदेश के सभी स्कूलों को निर्देश जारी करते हुए लोक शिक्षण संचालनालय ने कहा है कि 19 से 24 दिसंबर के बीच किसी भी एक दिन स्कूल में वीर बाल दिवस का आयोजन किया जाए।

विषय के जानकार को किया जाए आमंत्रित
जारी आदेश में कहा गया है कि प्रार्थना सभा में गुरु गोविंद सिंह के छोटे पुत्र द्वारा दिए गए बलिदान के संबंध में छात्रों को जानकारी दी जाएगी। इसके लिए स्थानीय स्तर पर इस विषय के जानकार व्यक्तियों को स्कूल में आमंत्रित कर उनका संबोधन कार्यक्रम रखा जाए, ताकि बच्चों का सही और उचित मार्गदर्शन किया जा सके।

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इसलिए मनाया जाता है वीर दिवस
आपको बता दें कि गुरु गोविंद सिंह के छोटे पुत्र जोरावर सिंह और फतेह सिंह द्वारा 9 और 6 साल की उम्र में सिख पद की गरिमा और सम्मान की रक्षा के लिए 26 दिसंबर 1705 को वे शहीद हो गए थे। उनके इसी बलिदान दिवस को यादगार बनाने यह कार्यक्रम अब हर वर्ष आयोजित किया जाएगा।

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