सोनकच्छ से हारे सज्जन सिंह वर्मा
सोनकच्छ विधानसभा सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता सज्जन सिंह वर्मा चुनाव हार गए हैं। उन्हें बीजेपी के डॉ राजेश सोनकर ने चुनाव हराया है। बीजेपी के सोनकर को 108869 वोट मिले हैं। उन्होंने 25 हजार वोटों से जीत हासिल की है। वहीं, कांग्रेस के सज्जन सिंह वर्मा को 83432 वोट मिले हैं। यह कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है। गौरतलब है कि सज्जन सिंह वर्मा पूर्व सीएम कमलनाथ के करीबी रहे हैं। वह अपने बयान को लेकर हमेशा चर्चा में रहते थे। सज्जन सिंह वर्मा की हार कांग्रेस को सोचने पर मजबूर कर दिया है।
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खातेगांव से हारे दीपक जोशी
कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम कैलाश जोशी के बेटे दीपक जोशी चुनाव हार गए हैं। दीपक जोशी पहले बीजेपी में थे। चुनाव से पहले उन्होंने पाला बदल लिया था। कांग्रेस ने दीपक जोशी को खातेगांव से उम्मीदवार बनाया था। उन्हें 86087 वोट मिले थे, दीपक जोशी 12542 वोटों से हारे हैं। वहीं, बीजेपी के आशीष गोविंद शर्मा ने यहां जीत हासिल की है। आशीष गोविंद शर्मा को 98629 वोट मिले हैं।
चाचौड़ा से हारे लक्ष्मण सिंह
चाचौड़ा सीट से चुनावी मैदान में उतरें इसी सीट से मौजूदा विधायक और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह को भी अपनी गढ़ वाली सीट पर करारी हार का सामना करना पड़ा है। भाजपा की प्रियंका पेंची ने लक्ष्मण सिंह को 50 हजार से ज्यादा वोटों से चुनाव हरा दिया है।
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राऊ से हारे जीतू पटवारी
कांग्रेस के कद्दावर नेता और लगातार दो बार विधायक और कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे जीतू पटवारी को इस बार हार का सामना करना पड़ा है। वो जीत की हैट्रिक लगाने से चूक गए। बीजेपी प्रत्याशी मधु वर्मा ने राऊ में कांग्रेस का किला जीत लिया है। आखिरी 20वें राउंड की वोटिंग के बाद मधु वर्मा 150107 वोटों के साथ पहले नंबर पर रहे। जबकि, जीतू पटवारी को 114618 वोट मिले। वो 35489 वोटों से चुनाव हारे हैं। कांग्रेस के फायरब्रांड नेता और कमलनाथ सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री रहे पटवारी और उनके समर्थक उनकी जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त थे। जीतू 2013 में पहली बार विधानसभा पहुंचे थे। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। 2018 में भी वो चुनाव लड़े और जीते भी। 2023 के चुनाव में कांग्रेस ने उन्हें प्रचार अभियान समिति का सह-अध्यक्ष बनाया था। लेकिन, सामने आए हालिया नतीजों के तहत उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा है।
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