28 साल बाद छिंदवाड़ा में मनाया कमलनाथ का बर्थ डे, कांग्रेस ने दिया बड़ा संकेत
MP Congress: छिंदवाड़ा में 28 साल बाद कमलनाथ ने अपना जन्मदिन मनाया, कांग्रेस की जन्मदिन की राजनीति से मिले हैं बड़े संकेत…आखिर किस तैयारी में कांग्रेस…?
छिंदवाड़ा. अपने घर छिंदवाड़ा में जन्मदिन मनाते पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 28 साल बाद छिंदवाड़ा में अपना जन्मदिन मनाया। यह अवसर कांग्रेस के लिए राजनीतिक शक्ति प्रदर्शन का मंच बन गया। नाथ ने आखिरी बार 50 वर्ष की उम्र में छिंदवाड़ा में जन्मदिन मनाया था। इस बार 78वें जन्मदिन पर कार्यक्रम में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं की भीड़ ने पार्टी की एकजुटता और कमलनाथ की लोकप्रियता का संदेश दिया। जन्मदिन के दो दिन पहले से शुरू हुए कार्यक्रम बाद तक चले।
दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मंगलवार को अपने जन्मदिन पर लोगों से बधाइयां तो स्वीकार कीं, लेकिन किसी आयोजन से परहेज किया। हालांकि प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में उनके जन्मदिन की खुशी में केक काटा गया। पटवारी मंगलवार को अपने गृह क्षेत्र इंदौर में रहे। परिवार सहित सांवेर स्थित हनुमान मंदिर पहुंचे।
18 को नाथ का तो 19 नवंबर को इंदिरा गांधी जयंती मनाई
नाथ का जन्मदिन 18 नवंबर को था। 19 को इंदिरा गांधी की जयंती पर भी कई नेता छिंदवाड़ा पहुंचे। दोनों दिनों में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, राज्यसभा सदस्य अशोक सिंह, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति, पूर्व मंत्री बाला बच्चन, सज्जन सिंह वर्मा, पीसी शर्मा, ग्वालियर विधायक सतीश सिकरवार, रीवा महापौर बाबा मिश्रा, विधायक अभय मिश्रा, दिनेश गुर्जर, विक्रांत भूरिया, पूर्व विधायक प्रवीण पाठक और सुनील सर्राफ जैसे नेताओं ने नाथ को बधाई दी।
हाशिए पर चले गए थे
मध्य प्रदेश कांग्रेस की कमान जीतू पटवारी को मिलने के बाद माना जा रहा था कि कमलनाथ हाशिए पर चले गए। उन्होंने भी एमपी से दूरी बना ली थी। ज्यादातर समय दिल्ली या छिंदवाड़ा में ही दिया। लोकसभा चुनाव के दौरान वे छिंदवाड़ा तक सीमित रहे। बाहरी उम्मीदवारों के पक्ष में एक-दो सभाएं कीं। सांसद राहुल गांधी (Rahul gandhi) से मुलाकात के बाद चर्चा तेज हुई कि कमलनाथ को पार्टी में अहम जिम्मेदारी दी जा रही है। उनकी सक्रियता भी प्रदेश में बढ़ी है।
कार्यक्रम के राजनीतिक मायने
कमलनाथ (kamalnath) का छिंदवाड़ा में जन्मदिन मनाना महज एक व्यक्तिगत उत्सव नहीं था। जानकार इस आयोजन को राजनीतिक सक्रियता का प्रतीक बता रहे हैं। दरअसल, पिछले विधानसभा, लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली हार के बाद यह सवाल उठने लगे थे कि कमलनाथ का राजनीतिक कद घट रहा है, लेकिन इस कार्यक्रम ने उन अटकलों को विराम दिया है। यह आयोजन यह भी दर्शाता है कि कमलनाथ अभी भी कांग्रेस के महत्वपूर्ण नेता हैं और पार्टी में उनका प्रभाव कायम है।
आगामी चुनाव के लिए संदेश
आयोजन ने यह तो स्पष्ट कर दिया कि कमलनाथ मध्यप्रदेश की राजनीति में अपनी प्रासंगिकता बनाए रखने के लिए तैयार हैं। इस बहाने उन्होंने यह भी संदेश दिया कि कांग्रेस आगामी चुनाव में पूरी तैयारी और रणनीति के साथ उतरेगी। छिंदवाड़ा में शक्ति प्रदर्शन पार्टी की स्थिति को मजबूत करने की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है।
…और समर्थकों की उम्मीदें भी
जन्मदिन समारोह में स्थानीय व बाहरी लोगों की उमड़ी भीड़ और नेताओं, पदाधिकारियों की सक्रिय भागीदारी ने यह संकेत दिया कि कमलनाथ पार्टी के लिए न केवल एक मार्गदर्शक हैं, बल्कि आने वाले समय में पार्टी की रणनीति के केंद्र में भी रहेंगे। छिंदवाड़ा में इस आयोजन ने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और समर्थकों को यह उम्मीद दी है कि पार्टी आगामी चुनावों में मजबूत वापसी करेगी।