कमलेश शाह का मंत्री बनना लगभग तय
राजनीतिक जानकारों की मानें तो अमरवाड़ा उपचुनाव में कमल खिलाने वाले
कमलेश शाह का मंत्री बनना लगभग तय है। पार्टी आलाकमान से चर्चा के बाद कमलेश शाह को मंत्री बनाया जा सकता है। सूत्रों की मानें तो मध्यप्रदेश में मोहन कैबिनेट का विस्तार एक दो दिनों में हो सकता है। 8 दिन पहले ही मोहन कैबिनेट का विस्तार हुआ था और तब रामनिवास रावत को मंत्री बनाया गया था।
भाजपा में बढ़ सकती है नाराजगी !
ऐसे में इस मंत्रिमंडल की सुगबुगाहट के बाद ऐसे नेता एक्टिव हो गए हैं, जो पिछले कुछ समय पहले तक भाजपा सरकार में मंत्री थे, लेकिन मोहन कैबिनेट में मंत्री नहीं बनाए गए हैं। इनमें गोपाल भार्गव, जयंत मलैया, बृजेंद्र प्रताप सिंह, गिरीश गौतम, भूपेंद्र सिंह, अजय विश्नोई, संजय पाठक, हेमंत खंडेलवाल, मालिनी गौड़, अर्चना चिटनीस शामिल हैं। यह लिस्ट और भी लंबी हो सकती है। क्योंकि पूर्व मंत्री ओम प्रकाश सकलेचा, पूर्व मंत्री सुरेंद्र पटवा, रीति पाठक, मीना सिंह भी इन नेताओं में शामिल हैं। यहां ये भी बता दें कि रामनिवास रावत को मंत्री बनाए जाने के बाद गोपाल भार्गव ने तो ये तक कह दिया था कि मैं 15 हजार दिनों से लगातार विधायक हूं, रावत को मंत्री किस मजबूरी में बनाया गया, ये तो शीर्ष नेतृत्व ही बता सकता है।
बदल सकते हैं मंत्रियों के विभाग
मोहन कैबिनेट के विस्तार के साथ ही चर्चाएं ये भी हैं कि मोहन कैबिनेट के मंत्रियों के विभाग में भी फेरबदल किया जा सकता है। मंत्री बनाए जाने के बाद राम निवास रावत को अब तक कोई विभाग नहीं मिला है। माना जा रहा है कि कमलेश शाह की शपथ ग्रहण के बाद दोनों नए मंत्रियों को विभाग दे दिए जाएंगे।