कागजों में बंद फिर भी चल रहे आहाता
मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा- मध्यप्रदेश में बहुत से आहाता ( जहां बैठकर शराब पी जाती है ) पेपरों में तो बंद हैं लेकिन व्यावहारिक रूप से वो चालू हैं। जिससे कई लोगों को मोटी रकम मिल रही है। हमने इस संबंध में विचार किया है कि जब ये आहाता अवैधानिक रूप से चल रहे हैं तो क्यों ना उनको वैध कर दिया जाए। इनको वैध करने से जो लोग सड़कों में खड़े होकर या इधर-उधर शराब का सेवन करते हैं उनको भी इज्जत और सम्मान से बैठकर पीने की व्यवस्था हो जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इससे प्रदेश का राजस्व भी बढ़ेगा।
मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि बाहर गर्मी बहुत पड़ रही है जिससे बाहर सेवन करने वालों को आहाता के अंदर एसी और कूलर भी मिल जाएगा। मंत्री ने कहा कि इस संबंध में कई तरह के सुझाव भी आ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने ठुकराया था शराब के होम डिलीवरी का प्रपोजल
हाल ही में प्रदेश के आबकारी महकमे ने घर-घर शराब पहुंचाने की सर्विस शुरू करने की तैयारी की थी। इसके लिए प्रपोजल भी बनाया गया था, लेकिन मुख्यमंत्री कमल नाथ ने इसे खारिज कर दिया था। दरअसल, आबकारी विभाग के अफसरों ने नई आबकारी नीति के पार्ट-2 में ऑनलाइन घर पहुंच रेस्टोरेंट सर्विस से शराब की डिलीवरी कराने का प्रस्ताव दिया था। इस प्रपोजल पर नाराजगी जाहिर करते हुए सीएम कमलनाथ ने अधिकारियों को फटकार लगाई थी और कहा था कि ऐसे बेकार के प्रपोजल क्यों बनाए जाते हैं।