दूसरे के जीएसटी पर खरीदा केमिकल
अमित ने बगरोदा औद्योगिक क्षेत्र की अन्य फैक्ट्रियों के जीएसटी नंबर पर केमिकल मंगवाया। ड्रग्स बनाने में इस्तेमाल होने वाले केमिकल की खरीदी की जांच के दौरान यह खुलासा हुआ। औद्योगिक क्षेत्र में कई फैक्ट्रियों के बाहर बोर्ड पर जीएसटी नंबर लगे हैं, इन्ही नंबर के नाम से अमित ने केमिकल की खरीदी की। पुलिस टीम केमिकल बेचने वाले दुकानदार के पास पहुंची तो यह खुलासा हुआ। इधर अभी तक अमित की गायब पत्नी और परिवार का पता नहीं चल पाया है।
यहां जानें एमडी ड्रग्स की कार्रवाई का तीसरा दिन
एमडी ड्रग पर कार्रवाई के तीसरे दिन भोपाल पुलिस ने फैक्ट्री संचालक अमित चतुर्वेदी का गोदाम ढूंढ निकाला। राजधानी के कटारा हिल्स इलाके में किराए के इस गोदाम में केमिकल बरामद किया। पुलिस ने इनकी कीमत 60 लाख रुपए बताई है। इससे 350 करोड़ की एमडी ड्रग्स बन सकती थी। ये वही केमिकल हैं, जो रविवार को एनसीबी और गुजरात एटीएस ने बगरोदा फैक्ट्री से रेड में बरामद किए। द्वारकापुरी कॉलोनी निवासी अमित चतुर्वेदी ने विष्णु पाटीदार से कटारा हिल्स क्षेत्र के रापडिय़ा में गोदाम किराए पर लिया। यहां से देर रात केमिकल फैक्ट्री पहुंचाया जाता। पुलिस को जानकारी मिलने के बाद गोदाम मालिक के सामने ताला तुड़वाकर केमिकल जत किया।
विष्णु पाटीदार ने अमित चतुर्वेदी को गोदाम किराए पर देते समय ने तो पुलिस को सूचना दी और न वेरिफिकेशन करवाया। इसके चलते कटारा हिल्स पुलिस ने विष्णु पाटीदार पर मामला दर्ज कर लिया। इससे पहले अमित को किराए पर फैक्ट्री देने के मामले में एसके सिंह, जयदीप सिंह और कटरा हिल्स में किराए पर मकान देने वाले साध्वी श्रीवास्तव पर केस दर्ज हो चुका। वहीं मंगलवार को फैक्ट्री में काम करने वाले तीन मजदूरों से पूछताछ की गई। आरोप है कि अमित उनसे शराब पिलाकर काम कराता था।
गोदाम से मिला इतना केमिकल का भंडार
भोपाल पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्र ने बताया कि गोदाम से 1000 लीटर टोलविन मिला, जिसकी कीमत 24.51 लाख है। 1600 लीटर एसीटोन मिला है, जो 7.20 लाख का है। ब्रोमिन की 42 बॉटल 4.62 लाख रुपए की है। 100 लीटर हाइड्रोक्लोरिक एसिड, 200 किलो सोडियम कार्बोनेट पाउडर, सॉल्वेंट 240 लीटर, सोडियम कार्बोनेट 40 किग्रा, कास्टिक सोडा 60 किलो, मैथलामिन हाइड्रोक्लोरिड 50 किलो साहित अन्य सामान मिला है। इनकी कुल कीमत 60 लाख है। गौरतलब है कि ये सभी केमिकल कई उद्योगों में सामान्य रूप से इस्तेमाल किए जाते हैं।
प्रेमसुख पाटीदार की तलाश
मंदसौर. एमडी ड्रग का मुख्य सप्लायर हरीश आंजना का खास प्रेमसुख पाटीदार अब तक फरार है। प्रेमसुख को महंगी गाडिय़ों का शौक है। मंदसौर एसपी अभिषेक आनंद ने मंगलवार सुबह दो टीम बनाकर प्रेमसुख और अनरू सहित अन्य की गिरफ्तारी के लिए राजस्थान के देवलजी, अखेपुर और हतुनिया भेजा।
आरोपी प्रेमसुख और हरीश के संपर्क ढोढर से भी हैं। पुलिस ने वहां भी दबिश दी। हरीश के परिवार में अफीम के पट्टे के निरस्तीकरण की कार्रवाई को लेकर नारकोटिक्स विभाग को लिखा है।