अब उम्मीद जताई जा रही है कि नए शैक्षणिक सत्र से विद्यार्थियों को इसी कैंपस में पढ़ाई कराई जाएगी।
करीब 160 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे इस कैंपस में पढ़ाई-लिखाई और खेलकूद के साथ बैंकिंग तक की सुविधा होगी। यहां प्रदेश का सबसे बड़ा सभागार होगा। सबसे बड़ी लाइब्रेरी होगी। इसे नालंदा पुस्तकालय नाम दिया है। यहां मध्यभारत का सबसे बड़ा फिल्म अध्ययन विभाग भी होगा। पत्रकार कैफे की सुविधा भी रहेगी।
खास-खास: इनडोर बैंकिंग की सुविधा
विश्वविद्यालय के नए कैंपस में नेशनल म्यूजियम, इंटीग्रेटड क्लॉस रूम सहित विश्वस्तरीय ऑनलाइन क्लास की सुविधा होगी। यहां इंडोर बैंकिंग भी विद्यार्थियों को मिलेगी। बता दें, विश्वविद्यालय द्वारा पत्रकारिता, मास कम्युनिकेशन, पब्लिक रिलेशन, लाइब्रेरी एवं इनफॉर्मेशन साइंस और फोटोग्राफी से लेकर उच्च स्तरीय इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, रेडियो, टेलीविजन, वीडियोग्राफी, प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी आदि के कोर्स संचालित किए जाते हैं।
सीएम से उद्घाटन कराने की तैयारी
विश्वविद्यालय के कुलपति केजी सुरेश ने बताया, दो दिन पहले नए कैंपस का निरीक्षण किया है। हाउसिंग बोर्ड को जल्द से जल्द काम पूरा करने के निर्देश दिए हैं। ये तय है कि हम नए सत्र में नए कैंपस में जरूर प्रवेश करेंगे। काम पूरा होते ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से उद्घाटन के लिए समय लिया जाएगा।
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय का नाम भारत के विख्यात पत्रकार,कवि और स्वतंत्रता सेनानी, श्री माखनलाल चतुर्वेदी के नाम पर रखा गया है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित विश्वविद्यालय के निर्माण के पीछे मुख्य उद्देश्य देश में मास मीडिया के क्षेत्र में बेहतर शिक्षण और प्रशिक्षण। मध्यप्रदेश विधानसभा की धारा 15 के तहत 1990 में विश्वविद्यालय की नींव पड़ी। जिसे यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन ने भी सहमति प्रदान की है।