केंद्रीय विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया बुधवार को अपने परिवार के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मिलने पहुंचे थे। खुद सिंधिया ने अपने परिवार के साथ पीएम की तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की थी। यह तस्वीर इसलिए भी खास बन गई है जिसमें एक ही फ्रेम में ज्योतिरादित्य की मां माधवी राजे, पत्नी प्रियदर्शनी राजे और बेटे महाआर्यमन भी थे। आर्यमन तो पीए मोदी के एकदम बगल में थे। पहले कांग्रेस अब भाजपा में भी अपना खास स्थान रखने वाले सिंधिया परिवार ने पीएम मोदी से मुलाकात की तस्वीर तो शेयर की है, लेकिन कोई जानकारी नहीं दी है।
क्या आर्यमन आएंगे राजनीति में?
सोशल मीडिया पर शेयर की गई इस तस्वीर के सियासी मायने निकाले जाने लगे हैं। राज्यसभा सदस्य और फिर केंद्र में मंत्री बनने के बाद सिंधिया की पकड़ पार्टी में और मजबूत हो रही है। पीएम मोदी के एकदम बगल में खड़े सिंधिया के बेटे महाआर्यमन के लिए भी कहा जा रहा है कि अब उन्हें भी राजनीति में उतारा जा सकता है। महाआर्यमन 26 साल के हो गए हैं।
हालांकि पिछले कुछ चुनावी रैलियों में वे अपने पिता का प्रचार करते हुए भी नजर आए थे। क्योंकि इसी उम्र में महाआर्यमन के दादा दिवंगत माधव राव सिंधिया लोकसभा जीतकर सांसद बन गए थे। इस लिहाज से महाआर्यमन की राजनीति में एंट्री हो सकती है। क्योंकि मध्यप्रदेश में 2023 में विधानसभा चुनाव हैं, इसके बाद 2024 में लोकसभा का चुनाव होना है। इससे पहले सिंधिया परिवार के साथ ही जूनियर सिंधिया की पीएम मोदी से मुलाकात ने राजनीतिक हलचल तेज कर दी है।
ज्योतिरादित्य की भी इसी प्रकार हुई थी एंट्री
महाआर्यमन की राजनीति में एंट्री के कयास इसलिए भी लग रहे हैं कि जब ज्योतिरादित्य की राजनीति में एंट्री हो रही थी, उससे पहले कई बार माधव राव भी पूरे परिवार के साथ तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से मुलाकात करने जाते थे। इसी प्रकार की ताजा तस्वीर में ज्योतिरादित्य भी पूरे परिवार के साथ महाआर्यमन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने पहुंचे थे। लोग इन दोनों तस्वीरों को भी एक साथ जोड़कर कयास लगा रहे हैं।
महाआर्यमन ने विदेश में की पढ़ाई
सिंधिया राजपरिवार के सबसे छोटे सदस्य महाआर्यमन का जन्म 17 नवंबर 1995 में हुआ था। महाआर्यमन को म्यूजिक में गहरी रुचि है। देहरादून के दून स्कूल से पढ़ाई कर अमेरिका के येल यूनिवर्सिटी से 2019 में ग्रेजुएशन कंपलीट करके भारत लौटे हैं। महाआर्यमन कई बार अपने पिता ज्योतिरादित्य सिंधिया के चुनाव क्षेत्र में नजर आए थे। वे उस समय चर्चाओं में आ गए थे, जब 2018 के चुनाव में शिवपुरी में पहली बार पब्लिक रैली में शामिल हुए थे, तब ज्योतिरादित्य कांग्रेस में थे।
परिवारवाद के खिलाफ हैं मोदी
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी परिवारवाद के खिलाफ हैं। वे कई चुनावी रैलियों में इसका जिक्र करते रहे हैं। इसके साथ ही वे कांग्रेस पर परिवारवाद के ही आरोप अक्सर लगाते रहते हैं। कुछ दिन पहले ही मोदी ने भाजपा सांसदों को संबोधित करते हुए कहा था कि वे परिवारवाद के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा था कि नेताओं के बच्चों को उन्होंने चुनाव में टिकट नहीं देने दिया। मोदी के बयान के बाद से एमपी में भी हलचल बढ़ गई थी, क्योंकि प्रदेश के कई दिग्गज नेताओं के बच्चे भी राजनीति में एंट्री करने के लिए तैयार हैं। इनमें नरेंद्र सिंह तोमर, प्रभात झा, माया सिंह, विवेक शेजवलकर, नरोत्तम मिश्रा समेत कई नेता हैं, जो राजनीति में आने की तैयारी कर रहे हैं।