प्रभारी मंत्री ने बताया कि कार्यक्रम में शामिल होने जनजाति बंधुओं के लिए बेहतर व्यवस्थाएं की गईं है। भोपाल शहर के आसपास 12 शहरों में गौरव दिवस में शामिल होने वाले आंगतुकों के ठहरने और भोजन, चाय की व्यवस्था है। आंगतुक कार्यक्रम की पूर्व रात्रि विश्राम करेंगे और सुबह कार्यक्रम स्थल के लिए रवाना होंगे। स्वयंसेवी संस्था और सामाजिक संगठन भी जनजातीय बंधुओं का स्वागत करेंगे। जगह-जगह गौरव द्वार, फ्लेक्स और जनजातीय वीरों के चित्र लगाए गए है। चौराहों को सजाया गया है। पार्टी के जनप्रतिनिधि और कार्यकर्ता भी जनजातीय भाई बहनों की अगवानी करेंगे।
बिरसा मुंडा की जयंती पर भोपाल में आयोजित होने वाले जनजातीय गौरव दिवस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आजमन को आमंत्रित किया है। साथ ही कहा है कि भगवान बिरसा के जन्मदिन को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया गया। निश्चित ही यह आनंद का विषय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनजातीय गौरव दिवस पर इतना विशाल कार्यक्रम, सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं है बल्कि जनजातीय नायकों को श्रद्धा सुमन अर्पित करने का अवसर भी है। जनजातीय संस्कृति और परम्पराओं को और आगे बढ़ाने, संरक्षित करने के लिए यह महत्वपूर्ण प्रयास है। यह प्रदेश के जनजातीय भाइयों-बहनों, बेटे-बेटियों को सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक सशक्तीकरण का अभियान है।