मप्र कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष जेपी धनोपिया और कांग्रेस के सूचना का अधिकार प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक पुनीत टंडन ने भूपेंद्र सिंह पर अनुपातहीन संपत्ति होने के आरोप लगाए थे। 30 मई को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में बाकायदा एक पत्रकारवार्ता में मंत्री पर ये आरोप लगाए गए थे। कांग्रेस नेताओं ने एडीआर रिपोर्ट, खसरा अभिलेखों के साथ ही भूपेंद्रसिंह द्वारा चुनाव आयोग के समक्ष प्रस्तुत शपथ पत्रों के आधार पर उनके पास आय से अधिक संपत्ति होने के आरोप लगाए।
कांग्रेस के इन आरोपों पर मंत्री भूपेंद्रसिंह ने सफाई भी दी थी। उन्होंने आय से अधिक संपत्ति के आरोप को पूरी तरह झूठा बताते हुए कहा था कि अनुपातहीन संपत्ति के आरोप बिल्कुल बेबुनियाद हैं। मेरी पूरी संपत्ति पुश्तैनी और वैध है तथा चुनाव के शपथ पत्रों में भी इनकी जानकारी गई है। उन्होंने यह भी कहा था कि हमने तो एक हजार करोड़ रुपये की बाजार मूल्य की जमीन मंदिर को दे दी थी।
पुनीत टंडन ने लोकायुक्त संगठन को दस्तावेज सौंपकर मंत्री भूपेंद्रसिंह की संपत्तियों की जांच की मांग की थी। शिकायत पर लोकायुक्त ने जांच शुरु कर दी है। इस मामले में पंजी क्रमांक 572/सी/2023-24, जांच क्रमांक 0035/ ई /2023-24 के अंतर्गत केस दर्ज किया गया है। मामले में आठ अगस्त तक पुलिस महानिदेशक, विशेष पुलिस स्थापना लोकायुक्त से प्रतिवेदन मांगा गया है।
इधर मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कांग्रेस के आरोपों को सरासर झूठा बताया। उन्होंने आरोप लगाने वालों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने की बात भी कही है।