झाबुआ में पीएम मोदी प्रदेश के सबसे बड़े जनजाति सम्मेलन के जरिए लोकसभा चुनाव का शंखनाद कर रहे हैं। जनसभा में पीएम मोदी ने कहा— मैं यहां लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए नहीं आया, जनता का आभार जताने आया हूं। एमपी ने पहले ही बता दिया था कि अबकी बार 400 पार। उन्होंने कहा कि झाबुआ से एमपी के साथ ही गुजरात की जनता के भी दिल के तार जुड़े हैं।
टंट्या मामा भील विश्वविद्यालय उच्च जनजातीय बहुलता वाले जिलों के युवाओं को सुविधाएं प्रदान करेगा। 170 करोड़ रुपए की लागत से विकसित होने वाला यह विवि छात्रों के समग्र विकास के लिए विश्वस्तरीय अवसंरचना प्रदान करेगा। इसका लाभ झाबुआ को भी मिलेगा।
प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना’ के तहत 559 गांवों के लिए 55.9 करोड़ रुपए जारी की। इस राशि का उपयोग आंगनवाड़ी भवन, राशन की दुकानों, स्वास्थ्य केंद्र, स्कूलों में अतिरिक्त कमरे, आंतरिक सड़कों सहित विभिन्न प्रकार की निर्माण गतिविधियों के लिए किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने झाबुआ में सीएम राइज स्कूल का शिलान्यास किया। स्कूल छात्रों को स्मार्ट क्लास, ई- लाइब्रेरी आदि जैसी आधुनिक सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रौद्योगिकी को एकीकृत करेगा। पेयजल के लिए
प्रधानमंत्री ने कई परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया, जो मध्यप्रदेश में जलापूर्ति और पीने के पानी की व्यवस्था को मजबूत करेगी। जिन परियोजनाओं की आधारशिला रखी गई उनमें तलवाड़ा परियोजना शामिल है। यह धार और रतलाम के एक हजार से अधिक गांवों के लिए पेयजल आपूर्ति योजना है।
प्रधानमंत्री ने मप्र में 3275 करोड़ से अधिक की कई सड़क विकास परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित की। इसमें एनएच-47 के किमी 0.00 से किमी 30.00 (हरदा-तेमगांव) तक हरदा-बैतूल (पैकेज- I) को चार लेन का बनाना; एनएच-752डी का उज्जैन देवास खंड; एनएच-47 के इंदौर-गुजरात एमपी सीमा खंड को चार लेन (16 किमी) और एनएच-47 के चिचोली-बैतूल (पैकेज- III) हरदा-बैतूल को चार लेन और एनएच-552जी का उज्जैन झालावाड़ खंड शामिल है। इन परियोजनाओं से सड़क संपर्क में सुधार होगा और क्षेत्र में आर्थिक विकास में भी मदद मिलेगी।