उमरिया और आसपास के इलाके में अभी भी जोरदार बारिश चल रही है जिससे बांध के पूरी तरह टूटने का खतरा पैदा हो गया है. बांध में दरार आने और टूट जाने की सूचना को देखते हुए पुलिस और प्रशासन के उच्च अधिकारी देर रात ही मौके पर पहुंच गए. इतना ही नहीं, खतरे को देखते हुए तटवर्ती 3 गांवों को खाली कराया गया है. इन गांवों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है.
जानकारी के अनुसार घोघरी बांध में दरार आई और इसके बाद उसमें से तेजी से पानी का लीकेज भी शुरू हो गया. जैसे ही प्रशासन को मामले की जानकारी लगी वैसे ही सिंचाई विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ ही जिले के कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव और एसपी भी देर रात घोघरी गांव पहुंच गए. सभी अधिकारियों ने हालात का जायजा लिया. वरिष्ठ अधिकारियों ने बांध की सीमा से सटे निमहा, बड़खेरा और पठारी गांव में रहने वाले लोगों को वहां से हटाकर सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया. कलेक्टर ने बताया कि जिले के सिंचाई विभाग के इंजीनियर्स बांध में आई इस लीकेज की जांच कर रहे हैं. अधिकारियों का यह भी कहना है कि जरूरत पड़ने पर बांध के किनारे रास्ता बनाकर बांध खाली करा लिया जाएगा. गौरतलब है कि कुछ ही दिन पूर्व प्रदेश के ही धार जिले का कारम डैम टूट गया था.
एक नजर में घोघरी बांध
कब हुआ था निर्माण- सन 2014 में
निर्माण एजेंसी- सिंचाई विभाग
अब क्या है हाल- बांध में दरार आई, तेजी से रिस रहा पानी
क्या कर रहा प्रशासन- फिलहाल पोकलेन मशीन की मदद से लीकेज वाली जगह पर मिट्टी भरने का काम किया जा रहा है.