मौसम विभाग ने कहा है कि आने वाले हफ्ते में बारिश की गतिविधि समाप्त होगी। हालांकि इससे पहले एक सप्ताह तक बारिश का सिलसिला जारी रहने वाला है। 15 दिन में मध्य प्रदेश में मानसून पूरी तरह से अपने विदाई के मोड में आ जाएगा। मानसून की विदाई के साथ ही गुलाबी ठंड की दस्तक होगी। हालांकि इससे पहले सितंबर में कई जगह बारिश का कोटा पूरा हो गया। लेकिन 6 जिले ऐसे हैं जो अभी भी रेड जोन में है। इसी बीच 24 घंटे के भीतर इंदौर, उज्जैन और भोपाल समेत प्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश की संभावना है। वहीं प्रदेश के देवास, बालाघाट, मंदसौर, उज्जैन, खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर में मध्यम से भारी बारिश का अनुमान है।
इन क्षेत्रों में वज्रपात येलो अलर्ट
जबलपुर, भोपाल, नर्मदा पुरम, उज्जैन, ग्वालियर, सिंगरौली, अनूपपुर, उमरिया, सागर, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी अलीराजपुर शिवपुरी और इंदौर में वज्रपात के साथ ही मध्यम बारिश की चेतावनी जारी की गई है। कई क्षेत्रों में आसमान में बादल छाए रहेंगे। इसके साथ ही गरज चमक और बिजली गिरने की भी चेतावनी जारी की गई है। तीन अक्टूबर तक नए मौसम तंत्र का प्रभाव देखने को मिलेगा। विदाई से पहले मानसून का यू टर्न कई क्षेत्रों में बारिश की गतिविधि को बढ़ा सकता है। ग्वालियर मुरैना सतना रीवा अनूपपुर डिंडोरी और छिंदवाड़ा में मौसम बदलने के आसार हैं।
प्रदेशभर में बारिश का हाल
मध्यप्रदेश में अब तक औसत 37.09 इंच बारिश दर्ज की जा चुकी है। जबकि औसत 37.21 इंच बारिश होनी चाहिए। इस हिसाब से बारिश के आंकड़े में बहुत ज्यादा अंतर नहीं रह गया। बारिश का कोटा लगभग पूरा हो चुका है। प्रदेश के पूर्वी हिस्से में 4 फीसदी से कम और पश्चिमी हिस्से में 3 फीसदी से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। नरसिंहपुर में 51 इंच से ज्यादा बारिश हुई है। यहां सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है। झाबुआ, बुरहानपुर, खरगोन, नरसिंहपुर, सिवनी, निवाड़ी, रतलाम, भिंड, उज्जैन, राजगढ़, देवास, श्योपुरकलां, धार, अलीराजपुर, बड़वानी, खंडवा, कटनी, छिंदवाड़ा, हरदा, बैतूल और अनूपपुर जिलों में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई है। वहीं सीहोर, मंडला, बालाघाट, डिंडोरी, जबलपुर, शिवपुरी, नीमच, आगर-मालवा, दतिया, सागर, टीकमगढ़, शहडोल और मुरैना जिले में सामान्य से 90 फीसदी से ज्यादाबारिश दर्ज की जा चुकी है। इधर प्रदेश के सतना, अशोकनगर, रीवा और सीधी जिलों में सबसे कम बारिश दर्ज की गई।