मैन्युअल हस्तक्षेप नहीं
विभाग लाड़ली बहना योजना की हितग्राहियों को यूनिपे पेमेंट पोर्टल के माध्यम से सहायता राशि का हस्तांतरण करता है। इसके लिए प्रत्येक हितग्राही का बैंक खाता आधार लिंक एवं डीबीटी इनबिल्ड होना चाहिए, इसके पोर्टल का संचालन एमपीएसईडीसी द्वारा किया जा रहा है। इसमें कोई मैन्युअल हस्तक्षेप नहीं है। एमपीएसईडीसी के पोर्टल पर पेमेंट आर्डर जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी द्वारा जनरेट किया जाता है। पेमेंट ऑर्डर जनरेट होने के बाद एमपीएसईडीसी के UNIPAY पेमेंट पोर्टल से बैंकिंग पार्टनर को हितग्राही के आधार के रेफरेंस नंबर के साथ पेमेंट भेजा जाता है। इसके बाद बैंक यह पेमेंट आर्डर और NPCI को भेजता है NPCI इसे हितग्राही के सम्बंधित बैंक को भेजता है।लाडली लक्ष्मी योजना क्या है
लाडली लक्ष्मी योजना एक वित्तीय सहायता योजना है। जो मध्य प्रदेश सरकार ने 2007 में शुरू की थी। प्रदेश की लाड़ली बेटियों के लिए शुरू की गई इस योजना के तहत बेटियों को शिक्षा और शादी के लिए वित्तीय सहायता दी जाती है। इस योजना को तत्कालीन मुख्यमंत्री और वर्तमान केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुरू किया था। वर्तमान में ये योजना देश के कई राज्यों उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली, झारखंड, हरियाणा, गोवा और छत्तीसगढ़ में भी संचालित की जा रही है। 1 जनवरी 2006 के बाद जन्म लेने वाली सभी बालिकाओं को लाभान्वित करती है।
लाडली लक्ष्मी योजना का उद्देश्य
लाडली लक्ष्मी योजना का उद्देश्य बेटियों के स्कूली और शादी के खर्च में सहायता देना है।-यह योजना राज्यों को बेटियों के जन्म पर जश्न मनाने को प्रोत्साहित करती है।
- बेटियों की सेहत और शिक्षा की स्थिति में सुधार करना।
-जनसंख्या को नियंत्रित करना भी लाडली लक्ष्मी योजना के प्रमुख उद्देश्यों में से एक है। इस योजना के तहत सरकार परिवारों को प्रोत्साहित करना चाहती है कि लिंग की चिंता किए बिना अपने परिवार को दो बच्चों तक सीमित रखें। - ये योजना बेटियों को आत्मनिर्भर बनाती है और उनका भविष्य उज्जवल करती है।
- बालिका को उज्जवल भविष्य प्रदान करने और उसे आत्मनिर्भर बनाने के लिए।
- शिक्षा के खर्चों का ध्यान रखकर बाल विवाह को हतोत्साहित करना।
लाडली लक्ष्मी योजना के लिए कौन पात्र
-1 जनवरी 2006 को या उसके बाद जन्मीं सभी बेटियां इसकी पात्र
- जिन बेटियों का आंगनवाड़ी केंद्र में रजिस्ट्रेशन वही पात्र
- बेटी के माता-पिता मध्यप्रदेश के मूल निवासी हों
- इस योजना का लाभ उन्हीं परिवार की बेटियों को मिलेगा जिनके माता-पिता ने दो बच्चों के बाद परिवार नियोजन अपना लिया हो।
- पहली डिलिवरी में 3 बेटियों के जन्म के मामले में तीनों बेटियों को लाडली लक्ष्मी योजना का लाभ मिलेगा।
- जेल में महिला कैदियों से जन्मीं बेटियों को भी इस योजना का लाभ मिलेगा।
- रेप पीड़िता से जन्मी बेटी भी इसका पात्र