प्रदेश में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले लाडली बहना योजना की शुरुआत तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की थी, जिस का असर मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के साथ साथ लोकसभा चुनाव में भी देखने को मिला। अब इसी लाडली बहना योजना का प्रभाव मध्य प्रदेश की सरहदें पार कर दूसरे राज्यों में भी होता दिख रहा है।
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आपको बता दें कि, मध्य प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी लाडली बहना योजना की तरह महाराष्ट्र सरकार ने महाराष्ट्र के युवाओं के लिए एक योजना शुरू करने की प्रावधान किया है। महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने इसका ऐलान किया और कहा कि वो तमाम युवा जो बेरोजगार है। उनके लिए महाराष्ट्र सरकार लाडला भैया योजना ला रही है। योजना के तहत 12वीं पास विद्यार्थी को 6 हजार रूपए, , डिप्लोमा धारक को 8 हजार और ग्रेजुएट विद्यार्थी को हर माह 10 हजार रूपए दिए जाएंगे। बताया जा रहा है कि शिव सेना यूबीडी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने हाल ही में युवा बेरोजगारी का मुद्दा उठाया था। इसी के बाद महाराष्ट्र सरकार लाडला भाई स्कीम लेकर आई है।
बजट में हुई थी घोषणा
ये भी बता दें कि लाडला भाई योजना में युवाओं को फैक्ट्रियों में अप्रेंटिसशिप मिलेगी और सरकार की तरफ से उन्हें वजीफा यानी उन्हें एक तरह का स्टाइपेंड मिलेगा। यही नहीं, महाराष्ट्र सरकार ने 27 जून को अपने बजट में लाडली बहन योजना जिसे कि महाराष्ट्र सरकार ने मुख्यमंत्री माझी लड़की बहन योजना का नाम दिया है। उसकी घोषणा भी की थी। यह भी पढ़ें- Bank Robbery : बैंक लूटकर पैसों पर ऐश करने निकला था, उसी के साथ हो गई लूट, एक और चौकाने वाली कहानी सामने आई पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने की थी शुरुआत
बता दें आपको कि लाडली बहन योजना के प्रावधान के बाद महाराष्ट्र सरकार के विपक्षी दल उद्धव ठाकरे ने प्रदेश सरकार के ऊपर सवाल उठाए थे कि, आखिर प्रदेश सरकार युवा बेरोजगारों के लिए क्या कर रही है ? जिसपर निर्मय़ लेते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे लाडला भैया योजना अनाउंस की है। आपको ये भी बता दें कि मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विधानसभा चुनाव से पहले ही प्रदेश के युवाओं के लिए भी योजना लाने की बात कही थी। उसमें युवाओं को ना सिर्फ स्टाइपेंड दिये जाने की बात थी, बल्कि इंटर्नशिप के मौके भी दिए जा रहे थे।