कमलनाथ भड़के, बोले मुझे कोई नीचा नहीं दिखा सकता
मीडिया को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने कहा कि ‘मेरे राजनीतिक जीवन में किसी ने मुझ पर उंगली नहीं उठाई है। ये आज उंगली उठा रहे हैं, कह रहे हैं कमलनाथ भ्रष्ट है। हमारी सरकार में अगर भ्रष्टाचार था तो तीन साल से ये सरकार में हैं, इन्होंने केस क्यों नहीं चलाया, जांच क्यों नहीं बिठाई। आज इनके पास कहने को कुछ नहीं है। हमारे देश में सबसे भ्रष्ट प्रदेश मध्य प्रदेश। हमारे प्रदेश में सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान। जब आप जनता का सामना नहीं कर पा रहे तो, उनके पास ये बचा है कि कमलनाथ को नीचा दिखा दें। कमलनाथ को कोई नीचा नहीं दिखा पाएगा..ये सुन लें कान खोलकर।
45 साल का राजनीतिक जीवन बेदाग
कमलनाथ ने आगे कहा कि प्रदेश की जनता गवाह है। एक भी भ्रष्टाचार का आरोप मेरे 45 साल के राजनीतिक जीवन में मुझ पर नहीं लगा है। आज ये पोस्टर लगा रहे हैं। इनको शर्म नहीं आती। ये गवाह है कि ये कितने भ्रष्ट हैं। भारतीय जनता पार्टी का एक-एक नेता भ्रष्टाचार में लिप्त है। उन्होंने सीएम पर निशाना साधा और कहा कि कोई भ्रष्टाचार प्रदेश में नहीं हो सकता, जब तक िमुख्यमंत्री इसमें भागीदार न हो। पंचायत से लेकर मंत्रालय तक भ्रष्टाचार का एक सिस्टम बना लिया है। पैसे दो काम लो ये इनका नारा है। आज इनके पास मेरे बार में कहने के लिए कुछ बचा नहीं है, जनता मेरी गवाह है। मुझे भारतीय जनता पार्टी से कोई सर्टिफिकेट नहीं चाहए।’
कहां लगे हैं वांटेड कमलनाथ के ये पोस्टर
बता दें कि भोपाल में कमलनाथ वॉन्टेड के ये पोस्टर्स मनीषा मार्केट, शाहपुरा और शैतान सिंह चौराहे पर लगाए गए हैं। इनमें लिखा गया है कि ‘- 25000 करोड़ का किसान कर्जमाफी घोटाला, 350 करोड़ का सीडी घोटाला, 1963 करोड़ का मोबाइल घोटाला, 1178 करोड़ का गेहूं बोनस घोटाला, 600 करोड़ का खाद घोटाला किसने किया।’ 15 महीने के कांग्रेस शासनकाल में घोटालों का आरोप लगाते हुए क्यूआर कोड दिए गए हैं। इसके बाद कांग्रेस ने इन पोस्टर्स पर कड़ी आपत्ति जताते हुए इसे बीजेपी की कारस्तानी बताया था।
बीजेपी बोली कांग्रेस की अंदरूनी कलह का नतीजा
वहीं बीजेपी ने कहा कि ये कांग्रेस की अंदरूनी गुटबाजी का नतीजा है और इससे उसका कोई लेना देना नहीं है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी इस मामले पर कांग्रेस द्वारा एफआईआर कराने की बात पर तंज कसा। उन्होंने कांगे्रस पर निशाना साधते हुए कहा कि थाने जाने से पहले अच्छी तरह सोच लें, कहीं ये आस्तीन का सांप ही तो नहीं है।