उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य की स्थिति खराब है, स्कूलों में शिक्षक नहीं हैं, कॉलेजों में जनभागीदारी समितियों का गठन नहीं हुआ है। सरकार का असर जनता में आखिर कब दिखेगा। कुपोषण दूर करने के लिए बच्चों को अंडा खिलाने के सवाल पर लक्ष्मण ने कहा कि सरकार वही करे जो जनता चाहती है। जनता स्कूलों में या आंगनवाड़ी में अंडा खिलाए जाने के विरोध में है तो फिर सरकार क्यों अंडा थोपना चाहती है। लक्ष्मण ने कहा कि अंडा खिलाकर तो चेहरे पर अंडा फिकवाने की तैयारी की जा रही है।
भाजपा ने किया बयान का समर्थन :
लक्ष्मण सिंह के बयान पर भाजपा के वरिष्ठ विधायक नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि ये मजबूरी की सरकार है। लक्ष्मण सिंह,केपी सिंह,बिसाहूलाल सिंह और एदल सिंह कंसाना जैसे वरिष्ठ और योग्य नेताओं को मंत्रिमंडल से बाहर रखा गया है। लक्ष्मण सिंह का बयान इसी बात की पुष्टि करता है कि मजबूर सरकार सिर्फ खुद को बचाने की जुगत में लगी है।
अपनों के निशाने पर सरकार :
प्रदेश में जबसे कांग्रेस सरकार का गठन हुआ है तबसे वो विरोधियों से ज्यादा अपनों के निशाने पर रही है। लक्ष्मण सिंह का ये पहला बयान नहीं है जब उन्होंने सरकार पर सवाल उठाए हैं। वे पहले भी कर्ज माफी पर राहुल गांधी को माफी मांगने जैसे बयान भी दे चुके हैं। वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया भी कर्ज माफी के मुद्दे पर सरकार पर अधूरी कर्जमाफी का आरोप लगा चुके हैं। दिग्विजय सिंह ने गौशाला के मुद्दे पर सरकार को घेरा था।