बताया जा रहा है उमंग सिंघार के खिलाफ कई विधायकों और मंत्रियों ने सोनिया गांधी को पत्र लिखा है। शिकायती पत्र में कहा गया है कि उमंग सिंघार, सरकार को अस्थिर करना चाहते हैं। उमंग सिंघार को मंत्री पद से हटाया जा सकता है। सोनिया ने शिकायती पत्रों का हवाला देते हुए कमलनाथ से उनका पक्ष जाना है। सूत्रों का कहना है कि सोनिया गांधी ने कहा है कि मामला पूरी तरह से साफ है फिर आप एक बार अनुशासन समिति से जांच करवा लें। वहीं, सीएम कमलनाथ ने भी कहा है कि अनुशासन तोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सूत्रों के अनुसार, सोनिया गांधी ने विवाद खत्म होने के बाद जल्द ही कमलनाथ मंत्रिमंडल में फेरबदल करने के लिए कहा है। इससे पहले दिग्विजय सिंह दो दिन पहले ही सोनिया गांधी से मिलकर उनके सामने अपना पक्ष रख चुके हैं। बताया जा रहा है कि दिग्विजय सिंह ने सोनिया गांधी के सामने मामले की जानकारी देते हुए कहा है कि वो इस पूरे घटनाक्रम से बेहद दुखी हैं।
सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि जिसको भी शिकायत है, वह अपनी बात अनुशासन समिति के अध्यक्ष एके एंटोनी के सामने रखे। कार्रवाई के सवाल पर उन्होंने कहा कि सबकी बात सुनकर एके एंटोनी फैसला करेंगे। हालांकि कार्रवाई को लेकर सीएम ने कोई टाइम फ्रेम नहीं बताया। लेकिन मध्यप्रदेश के प्रभारी दीपक बाबारिया के अनुसार, पार्टी में अनुशासन तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने प्रदेश के सभी मंत्रियों को लेटर लिखा था। बाद में ये लेटर वायरल हो गया है। लेटर वायरल होने के बाद मंत्री उमंग सिंघार ने कहा था कि दिग्विजय सिंह को लेटर लिखने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि पर्दे के पीछे से कमलनाथ ही सरकार चला रहे हैं। इसके बाद उन्होंने दिग्विजय सिंह पर कई आरोप लगाए थे।