जेपी को जीरियाट्रिक विभाग के लिए मिले 12 लाख -बुजुर्गों के लिए होगा यह खास सेंटर भोपाल. जेपी अस्पताल में बुजुर्गों को अब विशेष सुविधा मिलेंगी। जिससे बुजुर्गों को पर्चा बनवाने से लेकर डॉक्टर की सलाह के लिए लंबी लाइन में लगने की जरूरत नहीं होगी। यह सुविधा अस्पताल में बनने जा रहे विशेष जीरियाट्रिक सेंटर में मिलेगी। इसके लिए जेपी अस्पताल को 12 लाख रुपए का आवंटन हुआ है। जिससे यहां 12 बिस्तर का एक विशेष वार्ड तैयार होगा। बता दें, मेडिकल कॉलेज और बड़े अस्पतालों में बुजुर्गों के इलाज के लिए विशेष जीरियाट्रिक होते हैं। जेपी अस्पताल में जीरियाट्रिक सेंटर पहले से चालू है, अब उसे 12 लाख रुपए से अपग्रेड किया जाएगा। यह होगा लाभ
इस सेंट में मरीजों के लिए टॉयलेट और बेड को इस हिसाब से डिजाइन किया जाएगा, जिससे मरीजों को परेशानी न हो। इसके अलावा बुजुर्गों की आम बीमारियों जैसे अल्जाइमर, जोड़ों का दर्द, बार बार पेशाब आना, भूख कम लगना, नींद नहीं आना का इलाज मिलेगा। साथ ही विशेषज्ञ चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई जाएगी। इसके अलावा फिजियोथैरेपी की सुविधा भी मिलेगी। साथ ही मॉनिटरिंग के लिए विशेष उपकरण भी लगाए जाएंगे।
पहले से है वार्ड हमारे यहां वृद्धों के इलाज के लिए पहले से वार्ड है। अब इसे अपग्रेड किया जा रहा है। जिसके लिए 12 लाख रुपए भी आवंटित हैं। -डॉ. राकेश श्रीवास्तव, अधीक्षक, जेपी अस्पताल
भोपाल में चार दिन में मिले 73 कोरोना के मामले, जांच कराने वाले हर 10 में से 3 लोग पॉजिटिव शहर में चार दिन में 73 कोरोना के मामले सामने आए हैं। बुधवार को भोपाल में 15 नए मरीज मिले, जिसके साथ कुल एक्टिव मरीजों की संख्या 78 पहुंच गई है। वहीं इंदौर के 6 मामलों के साथ प्रदेश में 26 नए मरीज मिले हैं। जिसके साथ प्रदेश में 144 एक्टिव मरीज हैं। बीते दिन पॉजिटिव दर 2.8 दर्ज की गई। यानि जांच कराने वाले हर 10 लोगों में से 3 लोग पॉजिटिव आए हैं। एक सप्ताह पहले तक शहर में इक्का दुक्का मरीज मिल रहे थे। जांच बढ़ने के साथ ही एक-एक दर्जन मामले सामने आने से स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है।
इधर, अस्पतालों ने भी ऑक्सीजन प्लांट से लेकर वेंटीलेटर और अन्य आपातकालीन सेवाओं की जांच शुरू कर दी है। यही नहीं केंद्र सरकार ने भी 11 अप्रेल को पेन इंडिया मॉक ड्रिल का आयोजन किया है। इसमें अस्पतालों में बिस्तर क्षमता, आइसोलेशन बेड, ऑक्सीजन युक्त आइसोलेशन बेड, आईसीयू और वेंटिलेटर सहित बेड की नियत संख्या की उपलब्धता सुनिश्चित होगी।