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भोपाल

एमपी के किसानों की लागत नहीं निकल रही, महाराष्ट्र में चुनाव के कारण बढ़ा दिए सोयाबीन के दाम

Jitu Patwari announced to take out Congress Kisan Nyay Yatra from September 10

भोपालSep 06, 2024 / 09:29 pm

deepak deewan

Jitu Patwari announced to take out Congress Kisan Nyay Yatra from September 10

Jitu Patwari announced to take out Congress Kisan Nyay Yatra from September 10

Jitu Patwari announced to take out Congress Kisan Nyay Yatra from September 10 मध्यप्रदेश में देशभर में सबसे ज्यादा सोयाबीन का उत्पादन हो रहा है लेकिन किसानों का इसमें खासा नुकसान हो रहा है। सोयाबीन की कीमत कम होने से किसानों की लागत तक नहीं निकल रही है। इस पर भी केंद्र सरकार एमपी के किसानों से भेदभाव कर रही है। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने बताया कि महाराष्ट्र के किसानों को केंद्र सरकार सोयाबीन के दाम बढ़ाकर देने की बात कह रही है। वहां चुनाव होने के कारण बीजेपी सरकार किसानों को लाभ दे रही पर एमपी के किसानों के साथ किए गए वादे पूरे नहीं कर रही। अब कांग्रेस ने किसानों के लिए सड़क पर उतरने का फैसला किया है।
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता बुलाई और बीजेपी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने बताया कि कांग्रेस अब प्रदेश भर में किसान न्याय यात्रा निकालेगी। न्याय यात्रा में कांग्रेस सोयाबीन, धान और गेहूं का समर्थन मूल्य बढ़ाने की मांग प्रमुखता से उठाएगी।
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यात्रा की शुरुआत 10 सितंबर को मंदसौर जिले के गरोठ से होगी। जीतू पटवारी के अनुसार 13 सितबंर को टिमरनी से होशंगाबाद, 15 सितंबर को आगर मालवा और 22 सितबंर को इंदौर में किसान न्याय यात्रा निकाली जाएगी।
इसके साथ ही सभी जिलों में कांग्रेस 20 सितंबर को किसान न्याय यात्रा निकालेगी। इस दिन जिलों में ट्रैक्टर रैली निकालकर कलेक्टर कार्यालयों का घेराव किया जाएगा।

कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में हुई पत्रकार वार्ता में कहा कि प्रदेश के किसान परेशान हैं, फसलों की लागत तक नहीं निकल रही है। बीजेपी चुनाव में किए गए किसानों से वादों से मुकर गई। धान का समर्थन मूल्य 3100 रुपए प्रति क्विंटल और गेहूं का 2,700 रुपए करने का वादा किया था लेकिन नहीं किया।
सोयाबीन का न्यूनतम समर्थन मूल्य 4,892 रुपए प्रति क्विंटल है पर बाजार में महज चार हजार प्रति क्विंटल में ही बिक रहा है। किसानों की लागत तक नहीं निकल रही। उन्होंने सोयाबीन का समर्थन मूल्य 6 हजार रुपए प्रति क्विंटल करने की मांग की।
पटवारी ने बताया कि तीन दिन पहले केंद्र सरकार ने एक्स हेंडल पर कर्नाटक, महाराष्ट्र और तेलंगाना में सोयाबीन के बढ़े हुए दाम देने की घोषणा की। मध्यप्रदेश को इस योजना से बाहर रखा। इससे पता चलता है कि बीजेपी की कथनी और करनी में अंतर है।

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